जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

पानी के आबंटन में पक्षपात का लगाया आरोप, पानी नहीं मिला तो करेंगे भूख-हड़ताल

शिमला – शिमला में पेयजल किल्लत विकराल होती जा रही है। पेयजल किल्लत की मार झेल रहे लोग सड़कों पर उतर आए हैं। सोमवार को शहर के वरिष्ठ नागरिकों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर शहर में जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग उठाई। वरिष्ठ नागरिकों ने नगर निगम के पेयजल वितरण पर भी सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि शहर में पानी के आबंटन में पक्षपात किया जा रहा है। चहेतों और वीआईपी लोगों को रोजाना पानी की सप्लाई दी जा रही है, जबकि आम जनता को पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है। वरिष्ठ नागरिकों का आरोप है कि विभिन्न पेयजल परियोजनाओं से रोजाना 20 से 25 एमएलडी पानी की पंपिंग हो रही है। शहर में तीसरे दिन पानी की सप्लाई के लिए 20 से 22 एमएलडी की आवश्यकता रहती है। ऐसे में जनता को सातवें-आठवें दिन भी पानी न मिलना नगर निगम के पक्षपात को साफ उजागर कर रहा है। वरिष्ठ नागरिक सुभाष वर्मा ने आरोप लगाया है कि जनता को सातवें-आठवें दिन भी जो पानी दिया जा रहा है वह भी जनता को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है। वरिष्ठ नागरिकों ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर शहर में चल रही पेयजल किल्लत का जल्द समाधान नहीं किया गया और जनता को पानी की पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित नहीं की गई तो वरिष्ठ नागरिक सड़कों पर उतर जाएंगे। वरिष्ठ नागरिकों ने पानी के लिए सामूहिक भूख-हड़ताल की चेतावनी दी है।

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