दावानल से करोड़ों की वनसंपदा राख

रामपुर बुशहर – जंगल धूं धूंकर जल रहे है। जिससे न केवल करोड़ों की वन संपदा राख हो रही है बल्कि जंगली जानवर भी भीषण आग की चपेट में आने से मर रहे है। वन विभाग भी जंगलों में लगी आग को काबू करने में बेबस नजर आ रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं है जब जंगल सुलग नहीं रहे। हाल ही में रचोली के जंगल धूं धूंकर जले और अब देवठी पंचायत के करेरी गांव के आसपास भंयकर आग ने पूरे जंगल को धुंआ धुंआ कर दिया। इस आग में वन निगम की चील प्रजाति की चिरान शुद्वा काष्ठ के लगभग 1507 नग और बरोजा के लगभग तीन हजार कुपियां जल कर स्वाह हो गई। इतना ही नहीं इस आगजनी में कई जंगली जानवर भी अपनी जान गंवा बैठे। जानकारी के मुताबिक जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे वैसे जंगल सुलग रहे है। कारण ये है कि जंगल सुखे है और जरा सी चिंगारी भंयकर आग को जन्म दे रही है। वन विभाग को भी आग की सूचना काफी देरी से मिलती है। सड़क से दूर होने के कारण भी आग पर काबू पाना आसान बात नहीं है। वहीं नई घास की चाह भी आग को बढ़ावा दे रही है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को चाहिए कि वह आग बुझाने के लिए विशेष टॉस्क फोर्स गठित करे। और इस टीम में स्थानीय लोगों को भी शामिल किया जाए, ताकि वह अपनी उपस्थिति बेहतर तरीके से दर्ज करवा पाएं। अभी तक ऐसा देखा गया है कि स्थानीय ग्रामीण आग पर काबू पाने में इसलिए दिलचस्पी नहीं लेते क्योंकि उन्हें इसके बदले न तो कोई मेहनताना दिया जाता है और न ही कोई विशेष पुरस्कार। वन विभाग अपने स्तर पर हर दिन आग पर काबू पाने में पसीना बहा रहा है। आजकल रामपुर के साथ लगते निरमंड क्षेत्र के जंगल आग की चपेट में है।

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