प्रदेश में दिव्यांगों को देंगे सभी सुविधाएं

एचपीयू में कार्यशाला के दौरान बोले मंत्री डा. राजीव सहजल

शिमला— सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने घोषणा की है कि राज्य को दिव्यांगों के लिए बाधा रहित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए राष्ट्रव्यापी ‘सुगम्य भारत अभियान’ के अंतर्गत राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक स्थलों, सरकारी दफ्तरों और सरकारी वेबसाइटों को पूरी तरह बाधा रहित बनाने के प्रयास किए जाएंगे। डा. राजीव सहजल शुक्रवार को हिमाचल विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी (विकलांगता मामले) द्वारा आयोजित ‘दृष्टिबाधित लोगों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग’ विषय पर कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित दृष्टिबाधित विशेषज्ञ दंपति प्रशांत रंजन वर्मा एवं वीना मेहता वर्मा को उनके अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर दिए गए योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति राजिंद्र सिंह चौहान ने की। कार्यक्रम के संयोजक एवं विष्वविद्यालय के नोडल अधिकारी (विकलांगता मामले) प्रो. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि राज्य में पिछले वर्षों में दिव्यांगजनों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जबकि कानून पूरी तरह उनके पक्ष में है। उन्होंने कहा कि यदि दृष्टिबाधित युवाओं को नवीन टेक्नोलॉजी से जोड़ दिया जाए, तो वे भी समाज की मुख्यधारा में आ सकते हैं।

दृष्टिबाधितों के लिए आंख है आईटी

विश्व के 30 से अधिक देशों में दृष्टिबाधित लोगों के लिए टेक्नोलॉजी की कार्यशालाएं लगा चुके प्रशांत रंजन वर्मा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी दृष्टिबाधित लोगों के लिए आंख का काम करती है। उन्होंने अपने मोबाइल ऐप के जरिए डा. राजीव सहजल का चित्र लेकर उनकी आयु, चेहरे की रूपरेखा, वह खुश हैं या दुःखी और उनके कपड़ों का रंग क्या है, बताकर सभी को हैरत में डाल दिया। उन्होंने हस्त लिखित कागज को मोबाइल ऐप के ज़रिए पढ़ कर दिखाया और मोबाइल के माध्यम से प्रिंटेड सामग्री को भी सुनकर पढ़ा। दूसरी विशेष वीना मेहता वर्मा ने कहा कि दृष्टिबाधित व अन्य विकलांग बेटियों की शिक्षा पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।

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