1124 करोड़ की परियोजना पर विवाद, दुनिया भर में मशहूर हैं इटली के पौधे
गर्म क्षेत्रों के लिए प्रावधान
प्रोजेक्ट में गर्म क्षेत्रों के लिए भी प्रावधान रखा गया है। ठंडे व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां इटली से सेब के पौधे आयात किए जा रहे हैं, वहीं गर्म क्षेत्रों के लिए लीची, आम व संतरे के पौधे भी तैयार किए गए हैं, जो कि वहां के किसानों को बांटे जाएंगे।
अब तक 900 बागबानों को बांटे प्लांट्स
अब तक प्रदेश के 900 बागबानों को ये पौधे वितरित किए जा चुके हैं। 80 हजार पौधे विभाग अपने तैयार कर रहा है। नौणी विवि में इसकी खेप तैयार हो रही है। क्लस्टर को लेकर जो विवाद है, उसमें साफ है कि ठंडे क्षेत्रों में ही सेब लगते हैं और गर्म क्षेत्रों में दूसरे पौधे जिनका प्रावधान इसमें है। ऐसे में कैसे प्रोजेक्ट का स्वरूप अब बदल सकेगा, यह देखना होगा।
बेहतर रहे हैं नतीजे
विशेषज्ञों के अनुसार जिन इटली के पौधों को लेकर बागबानी मंत्री तलखी दिखा रहे हैं, वे पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इटली से रशिया तक भी इन पौधों का आयात करता है। यही नहीं, हिमाचल के क्षेत्रों में भी जलवायु इनके मुताबिक ही है, जिसके नतीजे भी यहां के बागबान सुखद मानते हैं।
अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क रजिस्ट्रेशन!