शिमला में होगा एक ही डीएफओ

 शिमला —शिमला शहर की सुंदरता को बनाए रखने के साथ इसे बढ़ाने की सोच वन मंत्री रखते हैं। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर जिनका शिमला से पुराना नाता रहा है यहां की खूबसूरती को बढ़ाने की सोच रहे हैं, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात करेंगे। इसके लिए उनके पास कुछ सुझाव हैं, जिसमें से एक शिमला के जंगलातों को एक ही डीएफओ के अधीन लाने का है। यहां पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि राजधानी शिमला की हरियाली बढ़ाने के लिए नगर निगम शिमला के 34 वार्र्डों को एक ही डीएफओ के अधीन लाया जाना चाहिए। श्री ठाकुर ने कहा कि शिमला में अभी 34 वार्डों में से 19 वार्ड  शहरी क्षेत्र में आते हैं, जबकि 15 वार्ड ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं। कुछ वार्ड ऐसे हैं, जो आधे शहर में हैं, जबकि आधे ग्रामीण में हैं। इसकी वजह से योजना बनाने में समस्या आ रही है। ऐसे में सीएम से मांग की जाएगी कि निगम क्षेत्र को एक ही डीएफओ के अधीन लाया जाए। गोविंद ठाकुर ने बताया कि शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में काम करना होगा, जिसमें वन विभाग की भी अहम भूमिका रहेगी। ऐसे में बेहतर योजना बनाने को एक डीएफओ कारगार साबित होगा। बता दें कि यहां पर लंबे समय से दो डीएफओ तैनात हैं, जो कि आधा-आधा क्षेत्र देखते हैं और इस कारण से योजनाएं सही तरह से सिरे नहीं चढ़ पातीं, वहीं लोगों में भी शिकायत रहती है। वन विभाग शिमला की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करेगा। खाली पड़ी जगहों को चयनित कर पौधे लगाने का काम किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पौधों का सर्वाइवल रेट बढ़े। वन मंत्री ने बताया कि शिमला वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पेड़ों को बढ़ाने के साथ-साथ पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में कार्य करें। शहर में ऐसे कई क्षेत्र हैं जो कि वन भूमि में आते हैं और पूरी तरह से खाली पड़े हैं। उन्हें विकसित किया जा सकता है, जिससे यहां पर्यटकों को भी काफी कुछ देखने को मिलेगा। अभी कुछ क्षेत्रों तक ही पर्यटन सीमित है, जहां पर भी हरियाली देखने को नहीं मिलती। ऐसे में शिमला को खूबसूरत बनाने के लिए हरियाली रोपने काविचार है।

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