सकोह के लिंक रोड…हादसे का घर

धर्मशाला —स्मार्ट सिटी धर्मशाला के प्रवेश द्वार सकोह में राष्ट्रीय सड़क मार्ग से जुड़ने वाली सड़कों के मुहानों पर प्रशासन की अनदेखी के कारण हादसों का खौफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कांगड़ा रोड पर सकोह में प्रवेश करते ही रेडियो कालोनी होकर लिंक सड़क मार्ग धर्मशाला पहुंचता है और यही सड़क मार्ग धर्मशाला की प्रसिद्ध कुनाल पत्थरी होकर गगल में भी मिल जाता है। इसी सड़क पर दूसरा लिंक रोड पुलिस बटालियन सकोह के लिए बाजार क्रॉस करने के साथ ही सरकारी स्कूल के सामने से शुरु होता है। इन दोनों सड़क मार्गों के मुहानों पर पिछले कुछ सालों में करीब आधा दर्जन लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। वर्तमान में हालात और भी गंभीर होते जा रहे हैं, जिससे की स्थानीय लोगों को हादसों के खौफ में जीने को मजबूर हैं। इन स्पॉटों पर हादसों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसमें सबसे प्रमुख कारण वाहनों का ओवर स्पीड होना है। सकोह के संजीव धीमान, सुनील कुमार, संजय कुमार, चंद्रशेखर, मुकेश कुमार, देश राज, आंचल चौधरी, रणजीत सिंह, अनुज कुमार, अनिल कुमार व कुलदीप सिंह का कहना है कि विभाग ने दोनों ही सड़क मार्गों की एंट्री पर स्पीड कंट्रोल करने के लिए स्पीड बे्रकर नहीं लगाए हैं, जिससे की वाहनों को चालक बहुत तेज निकालते हैं। इन दोनों प्वाइंटों से पीछे कुछ दूरी तक खाली जगह है और सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी कम हैं, लेकिन इन दोनों ही सड़क मार्गों के मुहानों पर ग्रामीण रास्ते भी जुड़ते हैं, जिसके कारण लोगों की आवाजाही इन स्पाटों पर अधिक रहती है। इसके साथ-साथ प्रातःकालीन व दोपहर के समय बच्चों को स्कूल की गाडि़या इन्हीं स्पाटों पर ले जाती हैं और छोड़ती भी हैं। इन स्पाटों पर बच्चों की भीड़ सुबह-सुबह बुहत अधिक होती है और वाहन भी ओवर स्पीड ही होते हैं। मुख्य सड़क के किनारे लोगों की बेतुकी पार्किंग भी इस समस्या और गंभीर कर रही है।