डाक्टरों का प्रशासन को दिया अल्टीमेटम, कार्रवाई न होने पर आज से पेन डाउन स्ट्राइक
डाक्टर के खिलाफ हड़ताल
सेरी मंच पर डाक्टर के खिलाफ और बेटी के इलाज को एक पिता सोमवार से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। गौरतलब हो कि गोवर्धन दास गांव डोह डाकघर चौक बलद्वाड़ा की बेटी 14 मई को एचआरटीसी बस से बाहर गिर गई थी। बकौल गोवर्धन दास उनकी बेटी अंजू 14 मई से मंडी अस्पताल में ही दाखिल थी और 17 मई को तीन डाक्टरों ने फैसला किया कि अंजू को शिमला या पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया जाएगा। अगले दिन एक डाक्टर राउंड पर आया बिना कुछ बताए अंजू को छुट्टी दे दी। इसके बाद चालक भी इलाज का खर्चा देने से मुकर गया। गोवर्धनदास का आरोप है कि रातोंरात कैसे सब बदल गया। उधर, एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
नर्सें भी देंगी डाक्टरों का साथ
क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में चिकित्सक पर हुए अचानक हमले की कार्रवाई पुलिस तुरंत करें। दो दिन बीत जाने के बाद भी हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं तथा अस्पताल में चिकित्सकों व अन्य स्टाफ में भय का वातावरण बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश स्टाफ नर्सिज एसोसिएशन की अध्यक्ष अरुणा लूथरा ने ये शब्द कहे। उन्होंने कहा कि जिस चिकित्सक के ऊपर हमला हुआ है वह अति मिलनसार व अपने कार्य के प्रति कर्त्तव्यनिष्ठ हैं।
हड़ताल के बीच रैफर मरीज ने तोड़ा दम
सरकाघाट से रैफर हुए मरीज ने मंडी अस्पताल में सोमवार सुबह दम तोड़ दिया। मरीज को सरकाघाट से छाती और पेट दर्द की शिकायत के बाद मंडी रैफर किया गया था। सोमवार सवेरे मरीज की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। मरीज की बीमारी की जानकारी नहीं हो पाई थी। इसके चलते शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।