कातिल संडे
प्रदेश की सर्पीली सड़कों पर मौत का सफर, अढ़ाई घंटे बाद एक दुर्घटना
लापरवाही के साथ खराब सड़कें वजह
प्रदेश में हुए कई हादसों की जांचों में अधिकांश में मानवायी लापरवाही को पाया है। हादसों की जांच की जाती है और इसको लेकर सिफारिशें भी की जाती रही हैं, लेकिन ये कागजों में ही दफन हो कर रह गई हैं। देखा गया है कि राज्य में ओवरलोडिंग, शराब पीकर व मोबाइल सुनते हुए वाहन चलाना व तेज रफ्तार से हादसे हो रहे हैं, वहीं अप्रशिक्षित चालक भी हादसों की वजह बन रहे हैं।
713 ब्लैक स्पाट
राज्य में सड़कों हादसों की संभावना वाले करीब 713 स्थान पाए गए हैं। इनमें से 255 ऐसे स्थान जहां बार-बार सड़क हादसे हो रहे हैं और इनमें भी 45 ऐसे स्थान हैं, जहां पर बहुत ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इन जगहों पर क्रैश बैरियर लगाने और सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने और तीखे मोड़ों को सुधारने जैसे कदम उठाने के निर्देश गए हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में अमल नहीं हो रहा।
राजगढ़-ठियोग हादसों से राज्यपाल, सीएम दुखी
शिमला — राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को राजगढ़ के पास नेईनेटी में बस दुर्घटना में आठ लोगों की मृत्यु और ठियोग-छैला मार्ग पर छह लोगों की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने मृतकों के परिजनों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
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