हिमाचल में 6000 करोड़ का लेन-देन प्रभावित

By: May 31st, 2018 12:08 am

बैंक हड़ताल :

पूरे प्रदेश में 7500 कर्मचारी आज भी हड़ताल पर, एटीएम सूखे

शिमला— यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर पूरे देश में बैंकों में दो दिवसीय हड़ताल बुधवार से शुरू हो गई। इसी कड़ी में हिमाचल में भी बैंक कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं, इससे राज्य में बैंकों में बुधवार को कामकाज ठप रहा। बैंक कर्मियों ने जगह-जगह प्रदर्शन भी किए। बैकों की इस हड़ताल से प्रदेश में 6000 करोड़ से अधिक लेन-देन प्रभावित हुआ है। बैंक कर्मी गुरुवार को भी हड़ताल पर रहेंगे। बुधवार को हड़ताल पर रहने के दौरान बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन भी किए। शिमला में भी डीसी आफिस के बाहर बैंक कर्मियों ने बड़ा प्रदर्शन किया। करीब 7500 बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से बैकों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। वहीं हड़ताल की जानकारी न होने से काफी संख्या में बुधवार को लोग बैंकों में लेन-देने के सिलसिले में पहुंचे थे, लेकिन वहां पर ताले लटकने के कारण वे निराश होकर अपने घरों को लौट गए। राज्य में मौजूदा समय में बैंकों की करीब साढ़े तीन हजार बैंक शाखाएं हैं, जिनमें से अधिकांश में कामकाज बंद रहा है। बैंकों की हड़ताल से लोग लेन-देन नहीं कर सके। पूरे राज्य में 6000 करोड़ से अधिक का लेन-देन बुधवार को प्रभावित होने का अनुमान लगाया गया है। वहीं, गुरुवार को हड़ताल जारी रहने से इन दो दिनों में करीब 12500 करोड़ का लेन-देन प्रभावित होने की आशंका है। बैंकों की हड़ताल से कारोबारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। बैंकों से लोग पैसे नहीं निकाल सके और न ही भेज पाए। हड़ताल के चलते बैंकों के कई एटीएम भी खाली हो गए। हालांकि बैंक प्रबंधनों द्वारा एटीएम में मंगलवार को पैसे डाले गए थे, लेकिन कई बुधवार को खाली हो गए। वहीं, बताया जा रहा है कि दो हजार के नोटों की कमी के चलते भी एटीएम को पूरी तरह से भरा नहीं जा सका था। एटीएम से पैसे न निकलने के चलते अस्पतालों और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए भी लोग पैसे नहीं निकाल सके। बैंक कर्मियों की यूनियनों के मांग पत्र निपटाने में हो रही देरी और वेतन बढ़ाने को लेकर किए जा रहे टालमटोल के चलते इन्होंने हड़ताल पर जाने का यह फैसला किया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के हिमाचल संयोजक गोपाल शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार ने जहां अपने सरकारी कर्मचारियों के लिए 30 फीसदी बढ़ोतरी अगस्त माह से करने पर मुहर लगा दी है, वहीं बैंक कर्मियों को साल 2017 से देय वेतनमान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि मात्र दो फीसदी की वेतन बढ़ोतरी देकर बैंक कर्मियों से घोर अन्याय किया जा रहा है। इसके चलते बैंक कर्मियों को मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि आईबीए द्वारा यूनियन को बातचीत के लिए बुलाया गया है और यदि इसमें उनकी मांगों को नहीं माना जाता तो आने वाले जून या जुलाई माह में फिर से बैंक कर्मी हड़ताल पर जा सकते हैं।

देश में फंसा हजारों करोड़ का लेन-देन

नई दिल्ली — वेतन पुनरीक्षण की मांग को लेकर बैंक कर्मियों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन बुधवार को बैंकिंग गतिविधियां प्रभावित हुईं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उद्योग सगठन एसोचैम ने इस दो दिवसीय हड़ताल से 20 हजार करोड़ रुपए के लेन-देन के प्रभावित होने का अनुमान जताया है। उसने कहा कि हड़ताल से जहां सरकारी बैंकों का परिचालन प्रभावित हुआ, वहीं बड़े निजी बैंकों का कामकाज सुचारू तरीके से जारी रहा।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App