अनमोल जिंदगियों के आगे सिक्कों का ज्यादा मोल

कांगू -निजी बसों की छतों पर नियमों के विरुद्ध जानलेवा सफर हो रहा है। बस आपरेटरों ने चांदी कूटने के चक्कर में यात्रियों की जान दांव पर लगा दी है। सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे इन निजी बस आपरेटरों को विभागीय कार्रवाई का कोई भय नहीं। बेखौफ बसों की छतों पर एक साथ दर्जनों यात्री बैठाए जा रहे हैं। इसके बाद छत पर ही सवारियों की टिकट बन रही है। ऐसे में जहां सवारियों की जिंदगी संकट में है, वहीं परिचालक भी जान जोखिम में डालकर ही टिकट काट रहा है। ओवरलोडिंग की वजह से रोजाना हो रहे दर्दनाक हादसों के बावजूद बसों में ओवरलोडिंग नहीं रुक रही। गौरतलब है कि शनिवार को निर्जला एकादशी के अवसर पर जिला ऊना के पिपलू में मेले का आयोजन किया गया। इसके चलते निजी बस आपरेटरों ने लोगों की जिंदगियों से खुलकर खिलवाड़ किया। इनकी जान को दांव पर लगाकर दिनभर बसों की छतों पर सफर करवाया गया। ओवरलोडिंग कर बस आपरेटरों ने खुद चांदी कूटी। इस मेले में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं। इसके चलते धनेटा, कांगू, गलोड़, रंगस, जोलसप्पड़, पनसाई, बटराण, झरेड़ी, कुन्ना व तूतड़ू आदि गांवों से होकर निजी बसें गुजरती हैं। इस कारण शनिवार को लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। बस आपरेटरों ने भी नियमों को दरकिनार कर बसों की छतों पर लोगों से सफर करवाया। लोेगों का कहना है कि प्रदेश भर में ओवरलोडिंग के कई हादसे हो चुके हैं। कई लोगों की जानें चली गईं और कई घरों के चिराग बुझ गए, लेकिन इन सबके बावजूद सबक नहीं लिया जा रहा।