कबायली क्षेत्रों के लिए फरिश्ता बनेगी स्विट्जरलैंड की संस्था

हेलिमिशन 12 महीने निःशुल्क हेलि एंबुलेंस सेवा देने के लिए हिमाचल से आज करेगी समझौता, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निजी प्रयास चढ़ेंगे परवान

शिमला— दुनिया की सबसे बड़ी चैरिटेबल संस्था हेलिमिशन स्विट्जरलैंड मरीजों की सेवा के लिए हिमाचल में लैंड कर रही है। जयराम सरकार की अब तक की यह सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। मुख्यमंत्री के निजी प्रयासों के चलते संस्था ने मुफ्त सेवा देने की हामी भरी है। इसके चलते राज्य में हेलि एंबुलेंस सेवा शुरू करने के लिए स्विट्जरलैंड की संस्था और हिमाचल सरकार के बीच गुरुवार को एमओयू साइन होगा। इस आधार पर प्रदेश में 108 एंबुलेस की तर्ज पर बर्फीले इलाकों में हेलि एंबुलेंस सेवाएं देगी। पांच देशों में निःशुल्क सेवा दे रही हेलिमिशन स्विट्जरलैंड संस्था हिमाचल प्रदेश  में 12 महीने सर्विस देंगी। अहम यह है कि इसके लिए उक्त संस्था राज्य सरकार और मरीजों से एक पैसा भी नहीं लेगी। पुख्ता सूचना के अनुसार 14 जून को हिमाचल सरकार और संस्था के बीच एमओयू हस्ताक्षरित होगा। राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग बीके अग्रवाल उपस्थित रहेंगे। हेलिमिशन संस्था के डायरेक्टर साइमन पेनर एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। साइमन पेनर इसके लिए स्विटजरलैंड से बुधवार शाम शिमला पहुंचे हैं। जाहिर है कि इस प्रस्ताव पर हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की पिछले माह आयोजित बैठक में मुहर लग चुकी है। इसमें कहा गया है कि उक्त संस्था दुनिया के पांच देशों में मरीजों के लिए हेलि एंबुलेंस सेवा प्रदान कर रही है। संस्था का एकमात्र उद्देश्य जनजातीय तथा बर्फीले इलाकों से कटे लोगों को समय रहते हवाई सेवा प्रदान करना है। उक्त संस्था अफ्रीका तथा एशिया में अपनी सेवाएं दे रही है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मनाली स्थित लेडी बिलिंग्टन निजी अस्पताल ने यह मामला सरकार के ध्यान में लाया था कि स्विट्जरलैंड की निजी संस्था मुफ्त हवाई सेवा दे रही है। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निजी प्रयासों के चलते सरकार ने हेलि मिशन से संपर्क साधा। इस आधार पर अब संस्था एमओयू हस्ताक्षरित करने के लिए शिमला पहुंच गई है। उक्त संस्था पहले चरण में कुल्लू

के भुंतर हवाई अड्डे को अपना

आधार बनाएगी। जाहिर है कि हिमाचल प्रदेश का लाहुल-स्पीति, भरमौर-पांगी तथा किन्नौर जनजातीय क्षेत्र बर्फबारी के चलते शेष दुनिया से कटे रहते हैं। इसी कारण राज्य सरकार उक्त कबयली क्षेत्रों के लिए भुंतर से हवाई उड़ानों की सेवा दे रही है। इसी कारण आरंभिक चरण में हेलिमिशन स्विट्जरलैंड संस्था का चौपर भी भुंतर हवाई अड्डे पर तैनात रहेगा।

ऐसे हुआ संस्था से संपर्क

सरकार के ध्यान में आया था कि स्विट्जरलैंड की संस्था मुफ्त हवाई सेवा दे रही है, जिस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रयास तेज किए और हेलि मिशन से संपर्क साधा। इस आधार पर अब संस्था सेवाएं देने के लिए तैयार हुई है।

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