कसौली को गंदा कर रहे सैलानी

कसौली—हिमाचल के पसंदीदा हिल स्टेशन कसौली को गंदा करने पर पर्यटक पूरी तरह उतारू हो चुका है। सड़क पर सस्ते स्नेक्स के चक्कर में पर्यटक लगातार रेहड़ी-कुलचे के आसपास गंद फैला रहे हैं, जिसे लेकर सभी पर्यटक भी कसौली से मुंह मोड़ने लगे हैं। कारण एक ही है कि कसौली पहले जैसा स्वच्छ और सुंदर नहीं रह गया है। हिल स्टेशन के सफर में धर्मपुर से 13 किलोमीटर के सफर को शुरू करते ही सड़क के किनारों पर गंदगी दिखी नजर आती है, जिसे देखकर पर्यटकों का मूड़ भी खराब हो जाता है। कसौली जैसे अब पहले जैसा साफ  नहीं रह गया है। जो पर्यटक कसौली के रास्ते में पहुंचता है। वह गंदगी के आलम को देख हिल स्टेशन से रुख मोड़ रहा है। कसौली जो कि अपने आप में एक अलग महत्त्व रखता है। वह आज गंदे शहर के तौर पर अपनी नई पहचान बना रहा है। एनजीटी के इन दिनों चल रहे अवैध अतिक्रमण हटाने के प्रयास को पर्यटक की सही मान रहे हैं। पर्यटकों का कहना है कि कसौली की सुंदरता को बचाना है तो इसी तरह के सख्त फैसले लेने होंगे।

टीसीपी एरिया में नहीं डस्टबिन

धर्मपुर से लेकर कसौली तक करीब 13 किलोमीटर क्षेत्र में टीसीपी की गाइडलाइंस के तहत ही काम होता है। बावजूद इसके पिछले 23 सालों से टीसीपी कसौली की सड़कों पर एक कूड़ादान नहीं लगा सकी है। यह टीसीपी की सबसे बड़ी नाकामयाबी मानी जाती है, जिस पर होटल एसोसिएशन भी लगातार आपत्ति दर्ज करती आ रही है।

कसौली में प्रदूषण बड़ा कारण

होटल कसौली रिजार्ट के प्रबंधक गुरप्रीत ने कहा कि होटल अपने आसपास की जगह को हमेशा साफ  रखने की कोशिश करते हैं। पर सड़क किनारे बैठे रेहड़ी-फड़ी वालों के कारण ही कसौली में प्रदूषण बड़ा है। जिस पर सरकार को काम करना चाहिए।

सड़कों पर लगे कूड़ादान

कसौली के व्यापारियों व होटल मालिकों का कहना है कि हिल स्टेशन की खूबसूरती बस आर्मी के कारण ही बरकरार है। सरकार अगर सही से सोचे तो कसौली की सड़कों पर अत्याधुनिक कूड़ादान रखे जाने चाहिए। इससे पर्यटकों को सड़कों पर कचरा गिराने की नोबत नही आएगी।