कांग्रेस की नब्ज टटोलने आएंगी प्रदेश प्रभारी

 रजनी पाटिल का 11 या 12 जून का बन रहा है कार्यक्रम, तैयारियां शुरू

शिमला—कांग्रेस पार्टी की नई प्रभारी रजनी पाटिल  जल्दी ही यहां पार्टी की नब्ज टटोलने के लिए आएंगी।  11 या 12 जून को उनका शिमला आने का कार्यक्रम बन रहा है, जहां पर वह पार्टी के शीर्ष नेताओं से बैठक करेंगी। पहली बार पार्टी प्रभारी के नाते यहां आने वाली रजनी पाटिल जानेंगी कि हिमाचल में कांग्रेस का क्या हाल है। वैसे यहां नेताओं की आपसी खुन्नस को वह भली-भांति जानती हैं परंतु अब नेताओं में तालमेल बनाकर चलना उनके सामने बड़ी चुनौती होगी। ऐसे में उनकी आगे की रूपरेखा क्या होगा वह नेताओं के साथ बातचीत के बाद ही तय होगी। कांग्रेस संगठन के नेताओं को उनके आने की कुछ भनक लगी है, जिसके बाद उन्होंने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी की नई प्रभारी यहां आकर देखेंगी कि राजनीतिक समीकरण क्या हैं। भाजपा की सरकार किस तरह से काम कर रही है और उनके खिलाफ अभी क्या-क्या मुद्दे हैं। इसके विपरीत यहां कांग्रेस संगठन  क्या कुछ कर रहा है जिसकी कारगुजारियों को जानना उनके लिए जरूरी होगा। यहां बता दें कि रजनी पाटिल, आनंद शर्मा गुट से हैं जबकि हिमाचल कांग्रेस में वीरभद्र सिंह का सिक्का चलता है। ऐसे में अलग-अलग गुटों को एक साथ लेकर चलने में वह कितनी कामयाब होंगी ये समय बताएगा। वैसे बतौर चुनाव अधिकारी वह यहां पर काफी समय गुजार चुकी हैं और प्रदेश कांग्रेस की गुटबंदी को भी भली भांति जानती हैं। अब यहां राजनीतिक  समीकरण भी बदले हुए हैं, जिसमें वीरभद्र गुट भी हाशिए पर है। यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले के मुकाबले और मजबूत होकर उभरे हैं जिनको हाइकमान का भी पूरा साथ मिल रहा है,जबकि वीरभद्र को हाइकमान का उतना साथ मौजूदा समय में नहीं मिल पाया है। ऐसे में पार्टी के भीतर ही बदले हुए समीकरण हैं और पाटिल को नई जिम्मेदारी मिली है। उनके सामने फिलहाल लोकसभा का चुनाव है, जिसमें कांग्रेस को आगे बढ़ाने की चुनौती उनके साथ होगी।  शिमला में नेताओं के साथ बैठक के बाद वह प्रदेश स्तरीय दौरा तय करेंगी। जिलों के दौरे में उनको वहां की स्थिति का भी जायजा मिलेगा।

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