कांग्रेस बोली, कोटखाई में भूमि पूजन ड्रामा

ठियोग  – ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जुब्बल कोटखाई रमेश चौहान, कार्यकारी अध्यक्ष, मोती लाल डेरटा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश रांटा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम कंवर, ब्लाक महिला कांग्रेस अध्यक्ष कोटखाई कमलेश ठाकुर व जुब्बल ब्लॉक महिला अध्यक्ष अनिता चौहान ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री जयराम द्वारा जुब्बल कोटखाई में किए गए भूमि पूजन व शिलान्यास को ड्रामा करार दिया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा ऐसे भी शिलान्यास किए गये जो अतीत में भाजपा सरकार के मंत्रियों द्वारा वर्ष 2012 में आधारशिला रखी गई थी। इसी तरह उसे भी शिलान्यास किए जिनका कार्य पिछले एक वर्ष से चला हुआ है। कांग्रेस पार्टी कोटखाई में कालेज व पीडब्लूडी डिवीजन खोलने का स्वागत करती है और सरकार से आग्रह करती है कि इन घोषणाओं को धरातल पर जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाया जाये क्योंकि पूर्व में भी भाजपा सरकार द्वारा इसी प्रकार घोषणाएं की गई थी जोकि बाद में कोरी घोषणायें ही साबित हुई। इन्होंने कहा है कि नरेन्द्र बरागटा ने वर्ष 2002 एवं वर्ष 2012 में एसडीएम कार्यालय खोले थे तथा कलवोग व सरस्वती नगर सब तहसील कार्यालय खोले थे जिनकी न तो औपचारिकतायें पूर्ण की गई थी और न ही अधिसूचना जारी की गई थी। ऐसा न हो कि ये घोषणायें महज आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाने तक ही सीमित रह जाये। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिला शिमला वागबानी के लिए पूरे प्रदेश में एक अलग स्थान रखता है जिसमें जुब्बल कोटखाई अग्रणी है लोग को आशा थी कि मुख्यमंत्री वागबानी से सम्बंधित कोई बड़ी घोषणा करेंगे व समर्थन मूल्य बढ़ायेंगे लेकिन बागबानों की ये आशा भी धरी की धरी रह गई। इसी तरह छोटे किसान भी पांच बीघे से कम भूमि का नियमितीकरण के बारे में आशा रख रहे थे और मुख्यमंत्री का इस मुददे पर चुप्पी साधने से किसानों को घोर निराशा ही मिली। कोटखाई उत्सव को जिला स्तरीय घोषित करने के निर्णय के साथ ही अच्छा होता कि विधायक नरेन्द्र बरागटा यदि जुब्बल कोटखाई में सदियों से मनाये जा रहे पारम्परिक मेलों को भी जिला स्तरीय घोषित करवाते। कई ऐसी योजनाओं की भी घोषणा की गई जिनकी स्वीकृति कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई है।