कैरोसिन की सप्लाई में बंदरबांट

बड़सर  – कैरोसिन की सप्लाई में कंपनी के कर्मचारी बंदरबांट कर रहे हैं। किसी उचित मूल्य की दुकान में हर माह, तो कुछेक में तीन माह से तेल की सप्लाई नहीं हो पाई है। इस कारण कैरोसिन तेल सप्लायर की मनमानी राशन कार्ड उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। इसका सीधा उदहारण महारल की उचित मूल्य की दुकान में देखने को मिल सकता है। बताते चलें कि उचित मूल्य महारल की दुकान के अंतर्गत सठवीं और दिख्योडा दो शाखाएं भी आती हैं। महारल उचित मूल्य की दुकान के साथ इन दोनों शाखाओं के उपभोक्ता भी महारल सोसायटी से ही मिट्टी का तेल लेते हैं, लेकिन करीब तीन माह से मिट्टी के तेल की सप्लाई न आने के चलते इन तीन उचित मूल्य की दुकानों के उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है। वैसे भी महारल सोसायटी में यदि कभी-कभार मिट्टी के तेल की सप्लाई आ भी जाए, तो ऐसे में उसे खत्म होने में थोड़ा सा ही समय लगता है। दूरदराज के लोगों को मिट्टी के तेल की सप्लाई आने का जब तक पता चलता है, तब तक कैरोसिन तेल की आई सप्लाई खत्म हो चुकी होती है। मिटटी के तेल की इस समस्या बारे स्थानीय उपभोक्ताओं ने इससे पूर्व कई बार संबंधित विभाग को अवगत करवया जा चुका है।