खुद कर लें ट्रैक्टर का इंतजाम

ऊना —खुद कर लें ट्रैक्टर का इंतजाम,टैंकर मिल जाएगा…..। आईपीएच ऊना में यदि कोई व्यक्ति पानी के टैंकर की डिमांड करता है,तो आईपीएच की ओर से यही जवाब दिया जाता है। यदि कोई व्यक्ति अपनी पानी की आपूर्ति करने के लिए ट्रैक्टर की व्यवस्था कर सकता है,तो वह टैंकर की भी व्यवस्था कर ही लेगा। लेकिन आईपीएच का यह जवाब हैरान करने वाला होता है। आईपीएच विभाग ऊना के पास पानी के टैंकर के लिए केवल एक ही टै्रक्टर है। वह भी कंडम हो चुका है। प्लेन एरिया में ही यह ट्रैक्टर चल पाता है। हल्की सी भी चढ़ाई चढ़ने में यह ट्रैक्टर सक्षम नहीं है। इसके चलते यदि कहीं पर पानी के टैंकर की आवश्यकता पड़ जाती है,तो वहां पर टैंकर नहीं पहुंच पाएगा। ।  बात यदि आईपीएच ऊना के डिवीजन नंबर-1 की करें तो यहां पर पानी की आपात स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं है। डिवीजन के तहत यदि कहीं पर पानी से टैंकर पहुंचाने का स्थिति बन जाए तो आईपीएच विभाग लोगों की समस्या का समाधान अपने स्तर पर मुश्किल से ही कर पाएगा। इसका अंदाजा यहां से लगाया जा सकता है कि आईपीएच के पास ट्रैक्टर, टैंकर तो है, लेकिन आईपीएच विभाग को जो ट्रैक्टर है वह केवल प्लेन एरिया में चल पाता है। वहीं, बात यदि आईपीएच डिवीजन नंबर-2 की करें तो यहां पर भी विभाग के पास केवल एक ही टैंकर है। इसे भी पंचायती राज मंत्री के बंगाणा क्षेत्र में ही लगाया गया है। क्योंकि इस क्षेत्र में पानी की अधिकतर समस्या रहती है। बंगाणा में इस टैंकर को लगाया गया है। लेकिन डिवीजन-2 में ट्रैक्टर नहीं है। यदि किसी व्यक्ति को पानी के टैंकर की आवश्यकता पड़ जाती है,तो वह संबंधित विभाग से संपर्क कर टैंकर ले जा सकता है। लेकिन टै्रक्टर की व्यवस्था स्वयं ही करनी पड़ती है।

सिर्फ प्लेन एरिया में सप्लाई

डिवीजन-2 के एक्सईएन  अरविंद सूद ने बताया कि विभाग के पास एक ट्रैक्टर,एक टैंकर है। लेकिन विभाग का ट्रैक्टर केवल मात्र प्लेन एरिया में ही पानी सप्लाई मुहैया करवा सकता है। ट्रैक्टर की खस्ताहालत के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।

महकमे के पास एक टैंकर

डिवीजन-1 के एक्सईएन नरेश धीमन ने कहा कि विभाग के पास एक टैंकर है। जिसे बंगाणा में लोगों के लिए रखा गया है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर इसका प्रयोग लोग कर सकें। यदि कहीं पर जरूरत हो तो प्रशासन द्वारा निर्देश दिए जाते हैं। ऐसी स्थिति में टैंकर हायर कर लिए जाते हैं।

पानी की कमी के कारण हांफ जाती हैं योजनाएं

ऊना जिला में कुल 205 पेयजल योजनाओं के माध्यम से लोगों को पानी की सप्लाई मुहैया करवाई जा रही है। कुटलैहड़ क्षेत्र में 39, अंब में 55, गगरेटर में 42, ऊना में 35, हरोली में 34 पेयजल योजनाएं हैं। अधिकतर योजनाएं चली हुई हैं। वहीं, कई बार पानी की कमी के चलते कई पेयजल योजनाएं हांफ भी जाती हैं। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। उपकरण हायर करने पड़ते हैं।