खुले में बिखेरा कूड़ा-कचरा

बड़सर —प्रदूषण वृद्धि का मुख्य कारण मानव की अवांछित गतिविधियां हैं, जो प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करते हुए इस पृथ्वी को कूड़े-कचरे का ढेर बना रही हैं। कूड़ा-कचरा इधर-उधर फेंकने से जल, वायु और भूमि प्रदूषित हो रहे हैं जो संपूर्ण प्राणी-जगत के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। ऐसा ही एक वाक्य ऊना-बड़सर की सीमा पर खूनी मोड़ के समीप शुक्रवार सुबह देखने को मिला। यहां पर बड़सर व्यापार मंडल के कर्मी टैम्पो में भरे कचरे को खुले में फेंकते नज़र आए। प्रदेश में प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध है, लेकिन बड़सर ऊना सीमा पर व्यापार मंडल बड़सर के कर्मियों द्वारा फेंका जा रहे कूड़े में काफी मात्रा में प्लास्टिक के लिफाफे सहित अन्य प्लास्टिक की सामग्र्री पाई गईं।  चैत्र मास के मेले शुरू होने के चलते दूसरे राज्यों से लोग बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में माथा टेकने पहुंच रहे हैं। वे भी इस गंदगी को देख दंग हैं। बता दें कि ऊना- बड़सर सीमा पर खूनी मोड़ के समीप का प्राकृतिक नजारा यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। अ वहीं इस संबंध में व्यापार मंडल बड़सर के प्रधान  विनोद लखनपाल का कहना है कि व्यापार मंडल बड़सर के कर्मियों द्वारा खुले में कूड़ा फेंकने की जानकारी मिली है। लखनपाल ने कहा कि दो माह के उपरांत रिलायंस कंपनी बड़सर बाजार के कूड़े डंप करने का कार्य करेगी। वर्तमान में जहां पर कूड़ा फेंका जा रहा है, वहां पर डंगा बनाना प्रस्तावित हुआ है। खुले में कूड़ा फेंकना उचित नहीं है। कर्मियों को ऐसा करने से रोका जाएगा। वहीं इस संबंध में एसडीएम बड़सर विशाल शर्मा का कहना है कि आपके माध्यम से व्यापार मंडल बड़सर के कर्मियों द्वारा खुले में कूड़ा फेंकने की जानकारी मिली है। खुले में कूड़ा फेंकना अवैध है। इस संबंध में व्यापार मंडल के प्रधान से बात कर समस्या का हल किया जाएगा।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!