चार बच्च्यों को छोड़ संस्था के पास पहुंची मां

पति पर लड़के के लिए प्रताडि़त करने का आरोप, मासूमों का रो-रोकर बुरा हाल

रिवालसर— बल्ह उपमंडल की ग्राम पंचायत लोअर रिवालसर के गांव लेहड़ा से चार बच्चियों की मां घर छोड़कर मनाली की स्वयंसेवी संस्था की शरण में चली गई है। संस्था की शरण में गई 30 साल की चार बच्चों की मां का कहना है कि वह चार बच्चियों की मां है और अब उसे लड़के के लिए प्रताडि़त किया जा रहा है, जबकि महिला के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी किसी व्यक्ति के झांसे में आ गई है। लोअर रिवालसर के गांव लेहड़ा के दीनानाथ का कहना है कि उसकी पत्नी (30)  12 जून शाम को घर से किसी को बताए बिना कहीं चली गई, जो अब तक वापस नहीं आई है। उसके बिना घर में उसकी चार मासूम बेटियों ने रो-रोकर बुरा हाल कर दिया है और वे खाना तक नहीं खा रही हैं। परिवार के लिए उन्हें संभालना बहुत मुश्किल हो रहा है। बड़ी बेटी पांचवीं दूसरी बेटी तृतीय व तीसरी बेटी पहली कक्षा में पढ़ती है, जबकि सबसे छोटी बेटी अभी अढाई वर्ष की है। दीनानाथ ने इस बाबत पुलिस में भी शिकायत की हुई है। दीनानाथ ने बताया कि उसकी पत्नी पहले आठ जून को भी घर से गायब हो गई थी, जब उसे फोन किया, तो उसका कहना था कि वह कहीं दूर चली गई है, अब वापस नहीं आएगी, लेकिन दूसरे दिन पुलिस द्वारा समझाने के बाद वह घर आ गई थी, लेकिन बाद में 12 जून को फिर घर से कहीं चली गई। दीनानाथ ने कहा कि वह किसी व्यक्ति के झांसे में आकर घर से भागी है। क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है कि आखिर चार बेटियों को छोड़कर महिला घर से भागने पर क्यों हुई मजबूर हुई है। रिवालसर पुलिस चौकी प्रभारी मुंशी राम ने बताया कि महिला का पता लगा लिया गया है। उसने कुल्लू में एक रात रुकने के बाद उसने महिला पुलिस की मदद से मनाली स्थित महिलाओं के लिए काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था राधा में शरण ली हुई है।

परिवार कर रहा प्रताडि़त

मनाली में स्वयंसेवी संस्था राधा की अध्यक्ष सुदर्शना ठाकुर का कहना था कि इस बेटी को संस्था ने ही पालकर इसकी शादी रिवालसर के लेहड़ा में की थी, लेकिन इसके परिवार वाले लड़के की चाह में अब इसे प्रताडि़त कर रहे हैं, जो बर्दाश्त से बाहर है। जब तक परिवार वाले बाज नहीं आते, तब तक उसे यहीं रखा जाएगा।

बैनर के शब्द हैरान करने वाले

बच्चियों के पिता ने दो बैनर बच्चियों को थमाए हैं, उनकी शब्दावली हैरान करने वाली है। इसमें सीधा-सीधा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक को लिख दिया गया है। अब इतनी छोटी बच्चियों के दिमाग के ही ये शब्द हैं, इस पर सवाल उठ रहा है।