जल्द दौड़ेंगी लो-फ्लोर बसें

प्राइवेट बस आपरेटरों से ली आपत्तियां, तीन जुलाई को बैठक

शिमला— प्रदेश की सड़कों पर धूल फांक रही एचआरटीसी की लो फ्लोर बसें जल्द ही सड़कों पर फर्राटे भरती नजर आएंगी। प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद उक्त बसों के संचालन का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है। ऐसे में जल्द ही एचआरटीसी की लो फ्लोर (निजी बसों) के सड़कों पर दौड़ने की उम्मीदें जताई जा रही हैं। मंगलवार को सेके्रटरी ट्रांसपोर्ट की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें निगम के अधिकारियों सहित कुछ प्राइवेट बस आपटरों ने भाग लिया। इस बैठक में प्राइवेट बस आपरेटरों की आपत्तियां सुनी गईं। बैठक में प्राइवेट बस आपरटरों की संख्या कम होने से अब यह बैठक तीन जुलाई को निर्धारित की गई है। इस बैठक में आपत्तियां सुनने के बाद बसों के संचालन को लेकर टाइम टेबल निर्धारित होने की उम्मीद जताई जा रही है। जानकारी के तहत बीते दिनों प्रदेश उच्च न्यायालय ने लो फ्लोर बसों के संचालन पर कहा था कि कानून के तहत इन बसों का संचालन हो सकता है। कोर्ट में सुनवाई के बाद अब अन्य आपत्तियों को दूर किया जा रहा है, जिनके दूर होते ही बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। एचआरटीसी ने लो फ्लोर बसों को केंद्र से मंजूर वास्तविक स्वरूप से हटकर अंतरराज्यीय रूटों पर भी बसें दौड़ानी शुरू कर दी थीं। यहीं से विवाद खड़ा हुआ और अब स्थिति यह हो चुकी है कि पिछले कई माह से 325 बसें ऑफ रूट हैं।

धूल फांक रहीं 325 बसें

एचआरटीसी को केंद्र सरकार से जेएनएनयूआरएम के तहत मिली बसों में से 325 सड़कों के किनारे पर खड़ी हैं। इससे हर माह एचआरटीसी को करोड़ों की चपत लग रही है।