डंगे दरके… सड़कों पर मलबा ही मलबा

कुल्लू  —जिला कुल्लू दो दिनों तक हुई भारी बारिश के चलते सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग को झेलना पड़ा है। हालांकि बारिश के चलते आईपीएच विभाग को भी थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग का हुआ। कुल्लू, मनाली, बंजार व आनी में बारिश के कारण से सबसे अधिक सड़कों को नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह पर भू-स्खलन होने से रास्ते टूट जाने से विभाग को लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं, ब्यास नदी में बढ़े जल स्तर के चलते भी यहां साहसिक खेलों से जुड़े कारोबारियों को भी पर्यटनन सीजन के दौरान भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। बढ़े जल स्तर के चलते राफ्टिंग बंद कर दी गई है। ऐसे में देश-विदेश से आने वाले सैलानी भी राफ्टिंग करने का आनंद नहीं ले पा रहे है। कुल्लू से लेकर बवेली, रायसन में भी जगह-जगह राफ्टिंग करवाई जाती है, लेकिन दो दिनों से भारी बारिश के चलते राफ्टिंग बंद होने स कारोबार ठप हो चुका है।  शुक्रवार को मौसम साफ होने पर साहसिक खेलों से जुड़े लोगों की उम्मीद जगी है कि उन्हें कुछ दिन तक परमिशन मिल सकती है। शुक्रवार को हालांकि ब्यास नदी मे जलस्तर कुछ हद तक घटा था, लेकिन अभी तक राफ्टिंग करवाने को लेकर अनुमति नहीं मिल पाई है। उधर, लोक निर्माण विभाग को भी लाखों का नुकसान दो दिनों के बारिश के चलते झेलना पड़ा है।  बंजार उपमंडल में भी विभाग को लाखों का नुकसान हुआ है। इसी के साथ मनाली व आनी में भी विभाग को भू-स्खलन के चलते काफी नुकसान हुआ है। विभाग के अधिकारी अभी भी जिलेभर की रिपोर्ट नुकसान को लेकर ले रहे हैं।

यहां, इतना हुआ नुकसान

बारिश से जहां कुल्लू मंडल में 20 हजार का नुकसान हुआ है। वहीं बंजार उपमंडल में लोक निर्माण विभाग को 25 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं, मनाली में भी विभाग को लगातार हुई दो दिनों की बारिश में लाखों का नुकसान झेलना पड़ा है। इसी के साथ आनी उपमंडल में भी भू-स्खलन के चलते सड़कों को क्षति पहुंची है। लोक निर्माण विभाग के कुल्लू के अधिशाषी अभियंता प्रकाश वर्मा का कहना है कि बारिश के कारण से कुल्लू में भारी नुकसान नहीं हुआ है। लगवैली गांव में वासणां गांव को जाने वाले मार्ग में मार्ग बंद भू-स्खलन के कारण हुआ था। मार्ग को खोल दिया है। इस दौरान विभाग को केवल 20 हजार का ही नुकसान झेलना पड़ा है। उधर, बंजार के लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता चमन नेगी का कहना है कि विभाग को करीब 25 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है।