दस फीसदी जीडीपी ग्रोथ जरूरी

पीएम ने भारत की पांच लाख करोड़ डालर इकोनॉमी क्लब में एंट्री के लिए बताया अनिवार्य

नई दिल्ली— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि भारत को अब 7-8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ को पीछे छोड़ डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल करने की ओर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर भारत को पांच लाख करोड़ डालर इकोनॉमी वाले क्लब में शामिल होना है तो दस फीसदी की ग्रोथ हासिल करनी होगी। मोदी ने यह भी कहा कि वर्ल्ड ट्रेड में भारत की हिस्सेदारी बढ़ रही है। मोदी ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.7 फीसदी रही, लेकिन अब भारत को 7-8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ से बाहर निकलना होगा। कम से कम डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल करने के लक्ष्य पर काम करना होगा।  उन्होंने कहा कि दुनिया यह इंतजार कर रही है, जब भारत भी पांच लाख करोड़ डालर इकोनॉमी वाले क्लब में शामिल हो जाएगा। मोदी ने कहा कि भारत की वर्ल्ड ट्रेड में हिस्सेदारी बढ़कर दोगुनी हो गई है। कुल वर्ल्ड ट्रेड में भारत का हिस्सा 3.4 फीसदी है। उनका कहना है कि भारत ने धीरे-धीरे इंपोर्ट पर अपनी निर्भरता घटाई है। घरेलू मैन्युफेक्चरिंग बढ़ाकर इंपोर्ट और कम करने का लक्ष्य है।

जीएसटी से 54 लाख नए टैक्सपेयर्स रजिस्टर्ड

मोदी ने कहा कि पिछले चार साल में देश की इकोनॉमी को ग्रोथ देने के लिए सरकार ने कई उपाय किए। देश में कारोबारी माहौल बेहतर हुआ है। मैक्रोइकोनॉमिक इंडीकेटर्स मसलन करंट अकाउंट डेफिसिट को सीमित दायरे में रखने में सफल रहे हैं। देश में अब बिजनेस से जुड़े काम में देरी होने पर रोक लगी है। अटकाना, भटकाना और लटकाना जैसी चीजें खत्म हुई हैं। पूरे देश में एक समान टैक्स जीएसटी लागू किया गया। जीएसटी से 54 लाख नए इनडायरेक्ट टैक्सपेयर्स रजिस्टर हुए हैं। इनकी संख्या आगे एक करोड़ हो सकती है। उन्होंने कहा कि देश में बिजनेस का माहौल सुधरने से विदेशी निवेश रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया।