नरक सी जिंदगी से अच्छा तो मौत दे दो

By: Jun 11th, 2018 12:15 am

सीईटीपी-डंपिंग साइट की गंदगी से केंदूवाला का सांस लेना मुश्किल

बद्दी – बद्दी के केंदूवाला स्थित सीईटीपी (कॉमन एफ्ल्यूएंट ट्रीटमेंट प्लांट) और गारबेज डंपिंग साइट के प्रदूषण से परेशान ग्रामीणों ने राष्ट्रपति व राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वह नरक सी जिंदगी जी रहे हैं। न सरकार उनका दुख समझ रही है और न ही प्रशासन। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उद्यमियों के हाथों की कठपुतली बना बैठा है। सीईटीपी गारबेज डंपिंग साइट से उठती दुर्गंध से तंग आ चुके ग्रामीणों का कहना है कि एक साल से इस मसले को लेकर आवाज बुलंद की जा रही है, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा। लोगों का कहना है कि दुर्गंध की वजह से आज हालात ऐसे हो चुके हैं कि न ठीक से सांस ले पा रहे हैं और न ही रोटी का निवाला गले से उतर पाता है। दुर्गंध और मक्खियों की भरमार की वजह से उनके यहां अब तो रिश्तेदारों ने आना-जाना भी छोड़ दिया है। रविवार को मलपुर के गांव निचला मलपुर और भुड्ड निचली के ग्रामीणों नें भुड्ड में बैठक का आयोजन किया, जिसमें सीईटीपी केंदूवाला और साथ लगते गारबेज डंपिंग साइट के मसले को लेकर आगामी बुधवार को एसडीएम के समक्ष हाजिर होकर अपनी व्यथा सुनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में ग्रामीणों ने फैसला लिया कि दो दिन हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, और उसके बाद बुधवार को सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण एकत्रित होकर एसडीएम के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति व प्रदेश के राज्यपाल से इच्छा मृत्यू की मांग करेंगे। इससे पहले हुई बैठक में ग्रामीण सीईटीपी प्रबंधन और प्रशासन को व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए दस दिन का अल्टीमेटम भी दे चुके हैं। आंदोलन उग्र करने की चेतावनी देते हुए सीईटीपी और प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों का रास्ता रोकने का भी ऐलान कर चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सीईटीपी प्लांट और बिलकुल साथ सटे कचरा प्लांट की बदबू ने निचला मलपुर और निचली भुड्ड के लोगों का जीना दुभर कर दिया है। रविवार को बैठक के दौरान भड़के ग्रामीणों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी के साथ-साथ सीईटीपी प्रबंधन, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। ग्रामीणों का फैसला है कि दो दिन हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, जिसके बाद बुधवार को ग्रामीण एसडीएम के समक्ष पेश होंगे और एक ज्ञापन भेजकर राष्ट्रपति व राज्यपाल से सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे। ग्रामीणों ने दोटूक शब्दों में कहा है कि या तो उन्हें इस समस्या से निजात दिलाई जाए या फिर उन्हें सामूहिक इच्छा मृत्यु दी जाए। ग्रामीणों का कहना है कि केंदूवाला में उद्योगों के प्रदूषित पानी के शोधन के लिए स्थापित सीईटीपी प्लांट ने उनकी जिदंगी नरक बना दी है।

बैठक में ये पहुंचे

बैठक में राजेश कुमार, जसविंद्र कुमार, लबू राम, सुदेश, राजेंद्र कुमार, सोम पंडित, नरेंद्र सिंह, अांचल सैणी, नसीम दास, सुखविंद्र सिंह, धर्मपाल सैणी, गुरजीत सिंह, चरण दास, विक्रम, सर्वजीत सैणी, सोनू पंडित, अमित सैणी, सतनाम सैणी, कृष्ण, मंजीत सिंह, बलजीत सिंह, अनीष सैणी, संदीप सैणी, आदित्य सैणी, गुरमीत सिंह, शिव कुमार, राजेंद्र कुमार, नछत्तर सिंह, विजय, मोहन सिंह, अवतार सिंह, जसवीर सिंह, बालक राम, पंच नछत्तर सिंह, धर्मपाल शर्मा, रेखा सैणी, कुलदीप कौर, गुरदेव कौर, सलोचना देवी, ममता रानी, शोभा देवी, पम्मी देवी, प्रेम लता, अमनदीप कौर, रितु सैणी, शुभलता समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

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