नौरा-बौरा स्कूल में लेफ्टिनेंट अरुण कुमार का सम्मान

नौहराधार – चूड़ेश्वर सेवा समिति की नौरा-बौरा इकाई की ओर से लेफ्टिनेंट अरुण कुमार ठाकुर के सम्मान के लिए मिडल स्कूल नौरा-बौरा में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। 53 वर्षों बाद क्षेत्र को लेफ्टिनेंट मिला है। लेफ्टिनेंट को सम्मानित करने के लिए मिडल स्कूल नौरा-बौरा में लोगों का भारी हुजूम उमड़ा। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट अरुण ठाकुर ने छात्रों व वहां पर मौजूद चार पंचायतों के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह गरीबी में पला-बढ़ा, पढ़ा-लिखा हुआ है, लेकिन उन्होंने बचपन में ही बड़े आफिसर बनने का सपना देखा था। सपने को साकार करने के लिए उन्होंने एक लक्ष्य निर्धारित किया था। लक्ष्य को पाने के लिए दिन-रात कड़ा परिश्रम किया और मेहनत के बलबूते पर मंजिल को हासिल किया। लेफ्टिनेंट अरुण ठाकुर ने कहा कि जब आप लक्ष्य का पीछा करते हैं तो उसमें कई प्रकार की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। कई बार प्रयास असफल हो जाते हैं, जिससे व्यक्ति का मनोबल गिर जाता है। उन्होंने कहा कि सफलता उसी व्यक्ति को हासिल होती है, जो कठिन समय में हार न मानकर चुनौतियों का डटकर सामना करे। चूड़ेश्वर सेवा समिति की नौरा-बौरा इकाई के अध्यक्ष नारायण सिंह व समिति के अन्य सदस्यों ने लेफ्टिनेंट अरुण ठाकुर को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया। नौरा-बौरा पंचायत के प्रधान यशपाल, मानटा बागी गांव के नंबरदार भीम सिंह समटा ने भी अरुण ठाकुर को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कुलग, नौरा-बौरा, सेलपाब, उंचागढ़ से आए महिला मंडलों ने भी लेफ्टिनेंट अरुण ठाकुर को सम्मानित किया। इसके अलावा आसपास की चार पंचायतों से आए लोगों ने भी अरुण ठाकुर को सम्मानित किया। आसपास के गांव से आई महिलाओं ने अरुण ठाकुर के माता-पिता को भी सम्मानित किया।