लाहुल में बंधुआ मजदूरी… दस  करवाए आजाद

 केलांग —लाहुल में पुलिस ने दस बंधुआ मजदूरों को आजाद करवाया है। बौद्ध गया के रहने वाले इन सभी मजदूरों को  ठेकेदारों द्वारा लाहुल के अलग-अलग गांवों में लोगों के घरों पर काम पर लगाया गया था। लाहुल-स्पीति प्रशासन को जैसे ही इस बात की सूचना मिली प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन बंधुआ मजदूरों को छुड़वाया है।  जानकारी के अनुसार जस्टिस वेंचर्ज इंडिया ट्रस्ट न्यू दिल्ली के सदस्य जैहीद हुसैन ने राष्ट्रीय मनावधिकार आयोग के सचिव को पत्र के माध्यम से यह शिकायत की थी कि लाहुल के कुछ गांवों में बोद्ध गया के कुछ लोगों से जबरन बंधुआ मजदूरी करवाई जा रही है। ऐसे में उन्होंने जल्द से जल्द मामले पर कार्रवाई मांगी थी। आयोग के सचिव ने लाहुल-स्पीति प्रशासन को पत्र जारी कर मामले पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा था। लिहाजा प्रशासन ने एसडीएम केलांग की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई और लाहुल के उन सभी गांवों में इस कमेटी ने दबिश दी, जिनका जिक्र शिकायत पत्र में किया गया था। कमेटी ने इस दौरान लाहुल के अलग-अलग गांवों से 23 मजदूरों को ढूंढ निकाला, लेकिन इस में 13 मजदूरों ने अपनी मर्जी से लोगों के घरों में काम करने की बात कही और वे सभी बालिग भी पाए गए। ऐसे में दस अन्य मजदूरों ने बंधुआ मजदूरी करवाने की बात कही, जिसमें दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं। डीएसपी केलांग हरिश शर्मा का कहना है कि पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि सभी दस मजदूरों को छुड़वा लिया गया है। पुलिस इस मामले में अगली कार्रवाई कर रही है। यह सभी बोद्ध गया बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस इन से यह पूछताछ कर रही है कि यह मजदूर किस ठेकेदार के साथ लाहुल आए थे और कौन-कौन लोग इनसे जबरन काम करवा रहे थे। लाहुल के विभिन्न गांवों से छुड़ाए गए इन मजदूरों को पुलिस इन्हें इनके घरों में भेजने की व्यवस्था भी कर रही है।

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