लूट के पैसों से ऐश करता था हरदीप

पांवटा साहिब —लूट का पैसा है तो खर्च करने में कैसा दर्द। चाहे ऐश में उड़ाने पड़े या रइसगिरी दिखानी पड़े। शायद यही सोच कई स्थानों पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देने वाला यूपी का शातिर हरदीप उर्फ दीपा रखता था। तभी तो वह लूट के बाद ऐश करने के लिए थ्री स्टार होटलों तक में जाता था। अब आरोपी पांवटा पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और सलाखों के पीछे है। आरोपी हरदीप भले ही लूटपाट कर पैसा इकट्ठा करता था, लेकिन उसके शौक नवाबी थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी यूपी और उत्तराखंड में भी कई मामलों में वांछित है, जिसमें पांवटा के देवीनगर जैसी लूट जैसे मामले भी शामिल हैं। आरोपी कभी एक्युप्रैशर के बहाने तो कभी कमरा लेने के बहाने लोगों के घरों में घुसता था। इसके लिए बाकायदा रैकी की जाती थी कि दिन के समय किस घर में कौन-कौन होता है। घर में घुसने के बाद वह चाय या अन्य पेय वस्तु में नशीली दवाई मिलाकर घरवालों को बेहोश कर घर से पैसे व जेवर लेकर फरार हो जाता था और उसके बाद कहीं दूर जाकर बड़े व आलीशान होटलों में उन पैसों को उड़ाकर उससे ऐश करता था। गौर हो कि गत गुरुवार 14 जून को आरोपी हरदीप उर्फ दीपा पांवटा के देवीनगर में बुजुर्ग नागपाल दंपत्ति के घर में एक्यूप्रेशर उपचार के बहाने घुसा, जिसके बाद चाय में नशीली दवाई मिलाकर केसी नागपाल व उनकी पत्नी को बेहोश कर सोने के जेवरात व नकदी पर हाथ साफ कर फरार हो गया था। बेहोशी की हालत में दंपत्ति को पांवटा सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां से हालत बिगड़ने पर केसी नागपाल को रैफर किया गया था। मामले की जब पुलिस ने गहनता से छानबीन की तो नगर के गीता भवन चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में लुटरे की स्कूटी के नंबर की पहचान हुई। यह स्कूटी आरोपी की पत्नी के नाम पर रजिस्टर थी जहां से आरोपी का मोबाइल नंबर मिला, जिसे ट्रेस कर पुलिस आरोपी के गिरेबां तक पहुंची। डीएसपी पांवटा प्रमोद चौहान ने बताया कि देवीनगर के लूट के मामले में आरोपी हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार किया गया। इसे अदालत में पेश किया जहां से इसे छह दिन के ज्यूडीशियल रिमांड पर भेजा गया है। नागपाल दंपत्ति से आरोपी शिनाख्त परेड करवाई जाएगी, जिसके बाद आरोपी को पुलिस कस्टडी में लिया जाएगा।