सुंदरनगर में पुराने पेड़ दे रहे हादसों को न्योता

सुंदरनगर —चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाई-वे सुंदरनगर के ललित चौक से लेकर कुक्कुट पालन केंद्र तक नेशनल हाई-वे किनारे सफर खतरे से खाली नहीं है। इस क्षेत्र में दोनों ओर बड़े-बड़े विशालकाय पेड़ दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं। आंधी-तूफान चलने की सूरत में लोग घरों से निकलकर खुले मैदान में दौड़ने को विवश हैं। क्योंकि इस क्षेत्र में ललित चौक से लेकर कुक्कुट पालन तक ये विशालकाय पेड़ की शाखाएं टूट कर नेशनल हाई-वे समेत लोगों के रिहायशी भवनों और छतों पर गिर रही हैं। इससे पहले भी लोगों को भारी नुकसान हुआ है। कई लोगों के घरों की छत पर रखी पेयजल की टंकियां क्षतिग्रस्त हुई हैं, तो कई लोगों के वाहनों पर पेड़ों की टहनियां गिरने से शीशे टूटे हैं। क्षेत्र की प्रबुद्ध जनता में भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक शिव सिंह सेन, ललित चौहान, प्रकाश राठौर समेत तमाम स्थानीय जनता का कहना है कि इस समस्या के संदर्भ में कई बार जिला प्रशासन व संबंधित विभाग के अधिकारियों से कार्य करके समस्या का समाधान करने बारे अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। लोग डर के साए में जिंदगी जीने को विवश हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार के दिन भी शाम के समय आंधी-तफान आने से इन पेड़ों की शाखाएं गिरने से काफी नुकसान हुआ है और कई जगह पर राहगीरों को भी अपनी जान दौड़कर बचानी पड़ी है। उन्होंने बताया कि अगर जल्द ही इस क्षेत्र से विशालकाय पेड़ों को नहीं काटा गया तो भविष्य में अगर कोई भी अनहोनी घटना घटित होगी, तो उसके लिए सीधे तौर पर जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के अधिकतर पेड़ 100 साल से ऊपर हैं और बूढ़े व लंबे पेड़ होने की वजह से उनकी टहनियां टूटने से लोग भयभीत हैं। लोगों ने मांग की है कि इस क्षेत्र के पेड़ों को जल्द से जल्द जनहित में काटा जाए।