सेना के हेलिकाप्टर बुझाएंगे वनों की आग

वन मंत्री गोविंद ठाकुर का ऐलान, आग बुझाने के दौरान जान गंवाने वालों को एक लाख देगा वन विभाग

शिमला—हिमाचल के वनों में लगी आग को सेना के हेलिकाप्टरों की मदद से बुझाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए सेना के साथ बातचीत की है। हिमाचल में वन अग्नि से प्रभावित सबसे ज्यादा चंबा, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में शुक्रवार को हेलिकाप्टर आग बुझाने का काम करेंगे। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी वन क्षेत्रीय एवं वन्य प्राणी वृत्तों के मुख्य अरण्यपालों के साथ वनों में लगी आग के बारे में चर्चा की। वन मंत्री ने बाद में प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि राज्य में चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी के वन आग से सबसे प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वनों में लगी आग को बुझाने के लिए वायु सेना के हेलिकाप्टरों की मदद लेगा। इसके लिए वायु सेना से बातचीत की गई है। अरण्यपालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में दुर्गम स्थानों, निकटतम पानी के स्रोतों की पहचान करें। इसके लिए धर्मशाला में हेलिकाप्टर रखे जाएंगे  । वन मंत्री ने कहा कि वनों में आग को रोकने के लिए चीड़ पत्तियों को एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा चीड़ का इस्तेमाल करने वाले सीमेंट कारखानों को पचास फीसदी अनुदान देने की योजना तैयार की गई है। वन मंत्री ने कहा है कि आग बुझाने के लिए वन कर्मियों को आधुनिक फायर फाइटिंग उपकरणों से लैस किया जाएगा। वहीं अभी जहां पर गाडि़यों की जरूरत है, अधिकारी और कर्मचारी इसको हायर कर सकते हैं। इसके लिए अन्य पंपों को भी हायर किया जा सकता। वन मंत्री ने सभी अरण्यपालों को निर्देश दिए हैं, वे स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों, जिला पुलिस अधीक्षकों, अग्निशमन, आईटीबीपी, एसएसबी, गृहरक्षक विभाग के प्रभारियों से बैठक कर उनसे आग की घटनाओं को रोकने के लिए सहयोग मांगें। उन्होंने अरण्यपालों को अपने-अपने वृत्त स्तर पर फोरेस्ट फायर फाइटिंग फोर्स के स्वयं सेवकों की संख्या बढ़ाने व वन अग्नि नियंत्रण में उनका सहयोग लेने के भी निर्देश दिए।  वन मंत्री ने डलहौजी वन मंडल के डिप्टी रेंजर अशोक कुमार की वन अग्नि नियंत्रण कार्रवाई के दौरान मृत्यु पर शोक  व्यक्त किया। उन्होंने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वन विभाग अशोक कुमार के आश्रित को अनुकंपा के आधार पर पर नौकरी देगा। उन्होंने कहा कि आम नागरिक भी जो कि वन की आग को बुझाते हुए जान गंवा रहे हैं, उनको वन विभाग अपनी ओर से एक लाख रुपए की राहत राशि देगी। वन मंत्री ने कहा कि आग की करीब 95 फीसदी घटनाएं इनसानी गलती से हो रही हैं।  राज्य में इस साल आग की 1544 घटनाएं अभी तक सामने आई हैं।

वनों में आग लगाने वालों पर ड्रोन से नजर

प्रदेश वन विभाग वनों में आग लगने वालों पर ड्रोनों से नजर रखेगा। पायलट आधार पर यह योजना राज्य के दो-तीन स्थानों पर लागू की जाएगी। ड्रोनों से करीब 17 वर्ग किलोमीटर एरिया में सभी की गतिविधियों को देखा जा सकता है।  वन मंत्री ने कहा है कि अभी दो-तीन जगहों पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा और सफल रहने पर अन्य जगहों पर भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा। यही नहीं आग लगाने वालों को टीडी भी नहीं दी जाएगी।

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