15 हजार फुट पर वायु नमस्कार

18 हजार फुट पर जमाने वाली ठंड में जवानों का सूर्य नमस्कार

चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर समुद्र की गहराइयों से लेकर आसमान की ऊंचाइयों, रेगिस्तान में रेत के टीलों और बर्फीली चोटियों में योगासन किए गए। इसी कड़ी में वायु सेना के जांबाजों ने अपने ही अंदाज में हवा में योगासन किया। वायु सेना के अनुसार छाताधारी सैनिक प्रशिक्षण स्कूल के प्रशिक्षकों विंग कमांडर के बीएस सामयाल और विंग कमांडर गजानंद यादव ने नीले गगन में 15000 फुट की ऊंचाई पर योग किया। वायु सेना ने अपने ट््विटर हैंडल पर इसकी तस्वीर जारी की है, जिसमें एक जांबाज प्रशिक्षक वायु नमस्कार की मुद्रा में तो दूसरा वायु पद्मासन की मुद्रा में दिखाई दे रहा है। वायु सेना ने कहा है कि उसके जांबाजों की ओर से यह अच्छे स्वास्थ्य, प्रसन्नता, सछ्वावना और शांति का अनोखा संदेश दिया गया है। नौसेना के जल वीरों ने भी युद्धपोतों तथा पनडुब्बी में योगासन किए हैं। नौसेना के जवानों ने आईएनएस सिंधुकीर्ति पनडुब्बी तथा दक्षिण पूर्व एशिया में तैनात आईएनएस शक्ति और आईएनएस कार्मोता में योग किया। सेना के जवानों ने भी दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन की बर्फीली चोटियों में योग किया। भारत तिब्बत सेना के हिमवीरों ने भी लद्दाख में 18 हजार फुट की ऊंचाई पर बर्फ की चादर पर योगासन किए। सभी केंद्रीय पुलिस बलों की सभी इकाइयों में भी योगाभ्यास किया गया।