150 करोड़ की टेक्नोलॉजी से कंट्रोल होगी स्मार्ट सिटी

धर्मशाला— हिमाचल में स्मार्ट सिटी मिशन में चयनित हुई पहले स्मार्ट शहर धर्मशाला को 150 करोड़ की हाईटेक टेक्नोलॉजी से कंट्रोल किया जाएगा। इंटिग्रेटिड कमांड कंट्रोल सेंटर में आईटी टेक्नोलॉजी का इंटिग्रेशन ऑफ सर्विस का सबसे महत्त्वपूर्ण कंपोनेंट है, जिसमें विश्व की सबसे हाईटेक टेक्नोलॉजी से धर्मशाला का सारा सिस्टम चलेगा। एनआईटी हमीरपुर के इंजीनियर स्मार्ट शहर के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे। इसके लिए एनआईटी हमीरपुर के साथ योजना बनाकर कार्य शुरू किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नगर निगम धर्मशाला के चरान क्षेत्र में 13 करोड़ के बजट से कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए चरान में जमीन चयनित कर हिमुडा को भवन बनाने के लिए कार्य अवार्ड भी कर दिया गया है, जिससे स्मार्ट सिटी में होने वाले समस्त कार्यों को ऑनलाइन ही मॉनिटर और नियंत्रित किया जाएगा, जिसमें टूरिज्म प्लान, लॉ एंड आर्डर, ट्रैफिक व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे से समस्त क्षेत्र की निगरानी, भवन-होटल निर्माण, क्षेत्र में होने वाले विकास कार्य, टेंडर प्रक्रिया, ऑनलाइन सर्विस, स्ट्रीट लाइट्स और ऑनलाइन होने वाले सभी कार्य कमांड सेंटर से ही होंगे। स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अब समस्त क्षेत्र के सभी कार्यों को इंटिग्रेटिड कमांड कंट्रोल सेंटर से ही चलाया जाएगा। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नगर निगम धर्मशाला को पूरे नियंत्रण में रखने के लिए जल्द ही कमांड कंट्रोल सेंटर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें शहर की सुरक्षा, पर्यटन विकास योजनाएं, पर्यटकों को सुविधाएं और पर्यटकों स्थलों की गाइडलाइन, सीसीटीवी, ट्रैफिक व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट सहित ऑनलाइन होने वाले सभी कार्य किए जा सकेंगे। केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन में चयनित होने के बाद धर्मशाला में लगभग दो साल से कोई भी विशेष कार्य नहीं हो पाया है।

ऑनलाइन ही मिलेंगी सुविधाएं

हालांकि स्मार्ट सिटी के सर्वे और प्रोपोजल बनाने में ही अब तक बजट खर्च किया गया है, लेकिन अब जमीनी स्तर पर सबसे पहले वर्ल्ड क्लास कमांड कंट्रोल सेंटर बनाने पर ही फोकस किया जा रहा है। कंट्रोल सेंटर में इंटिग्रेशन ऑफ सर्विस कंपोनेंट पर 150 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिससे कि स्मार्ट सिटी के निवासियों को ऑनलाइन ही अधिकतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिसमें हाउस टैक्स, बिजली बिल, मिस्ट्री, कार-बाइक मेकेनिक सहित अन्य सुविधाएं ऑनलाइन ही मिल सकेंगी। ऐसे में अब 13 करोड़ से चरान खड्ड के पास भवन बनाने के लिए हिमुडा को कार्य अवार्ड कर दिया गया है। 150 करोड़ से आईटी सेक्टर डिवेलप करने के लिए एनआईटी हमीरपुर से योजना पर कार्य किया जा रहा है।