अग्निपरीक्षा से कम नहीं श्रीखंड कैलाश यात्रा

भगवान तपस्या से मिलते हैं और 18570 फुट की खड़ी चढ़ाई चढ़ाकर भोले के दर्शन इस तपस्या को रोमांच से भर देते हैं। लगभग 35 किलोमीटर लंबे कठिन एवं रोमांचकारी सफर पर हर कोई निकलना चाहता है, पर जरा सी लापरवाही और उतावलापन जान पर भारी पड़ सकता है…

कुल्लू— हर साल जुलाई में होने वाली श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए स्थानीय लोगों सहित भक्त कोसों दूर से पहुंचते हैं। यहां भक्त जान जोखिम में डालकर 35 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर श्रीखंड महादेव के दर्शन करते हैं। श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट द्वारा आयोजित करवाई जा रही देश की सबसे कठिनतम, लेकिन रोमांचकारी यात्रा पर जाने के लिए हर भक्त उत्सुक रहता है। लगभग 18570 फुट की ऊंचाई पर बसे भोले बाबा के दर्शन हेतु जाने वाले भक्तों के लिए प्रशासन कई प्रकार की सुविधाएं दे रहा है, लेकिन कठिन रास्ते और कम ऑक्सीजन के चलते उन्हें जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम आनी चेत सिंह कहते हैं कि इस बार यात्रा 31 जुलाई को खत्म हो जाएगी।