आज से भोले के दरबार लगेंगी कतारें

सावन माह शुरू होेते ही बिजली महादेव मंदिर में उमड़ने लगा भक्तों का सैलाब

मनाली – सोमवार से सावन माह शुरू हो रहा है। ऐसे में कुल्लू के बिजली महादेव मंदिर में भक्तों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है। आगामी एक माह तक यहां देश-विदेश से शिव भक्त भगवान शिव की मक्खन की पींडी को देखने व भोले बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं। सावन माह में यहां बिजली महादेव मंदिर की यात्रा शुरू होती है, जो एक माह तक लगातार जारी रहती है। ऐसे में सोमवार से शुरू हो रहे सावन माह के पवित्र महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्तों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला की खराहल घाटी के पर्वत पर स्थित भगवान शिव के इस मंदिर में 12 साल बाद आसमानी बिजली शिवलिंग पर गिरती है और पुजारी उसे पुनः जोड़ता है। उल्लेखनीय है कि कुल्लू शहर में ब्यास और पार्वती नदी के संगम के पास एक ऊंचे पर्वत के ऊपर बिजली महादेव का प्राचीन मंदिर है। कुल्लू घाटी में ऐसी मान्यता है कि यह घाटी एक विशालकाय सांप का रूप है। इस सांप का वध भगवान शिव ने किया था, जिस स्थान पर मंदिर है, वहां शिवलिंग पर हर बारह साल में आकाशीय बिजली गिरती है। बिजली गिरने से मंदिर का शिवलिंग खंडित हो जाता है। यहां के पुजारी खंडित शिवलिंग के टुकड़े एकत्रित कर मक्खन के साथ इसे जोड़ देते हैं। कुछ ही माह बाद शिवलिंग एक ठोस रूप में परिवर्तित हो जाता है। इस शिवलिंग पर हर बारह साल में बिजली क्यों गिरती है और इस जगह का नाम कुल्लू कैसे पड़ा इसके पीछे एक पौराणिक कथा है।