आसमानी कहर से कांपा कुल्लू

मनाली —मनाली के अंजनी महादेव नाले में सोमवार तड़के अचानक बादल फट गया। इस घटना से नाले में एकाएक तेज बहाव से पानी आया और तबाही मच गई। बादल फटने से आईपीएच विभाग की पानी की योजना को भी नुकसान पहुंचा है। पानी की पाइपें और मोटर बह गई है। लाखों के नुकसान का अनुमान है। जानकारी के अनुसार नाले में भारी मलबा आ जाने से सड़क को भी नुकसान पहुंचा है। हालांकि इस हादसे में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लाखों की सरकारी संपत्ति बर्बाद हुई है। बादल फटने से सोलंगनाला और धुंधी की तरफ  जाने वाला रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे लोगों और पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार इससे एक छोटे प्रोजेक्ट को भी नुकसान पहुंचा है। फिलहाल प्रशासन और स्थानीय लोग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। सोलंगनाला से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित अंजनी महादेव मंदिर के समीप बहने वाले पागल नाले में सोमवार सुबह करीब चार बजे अचानक पानी बढ़ना शुरू हो गया। उस समय मंदिर में मौजूद बाबा के हवाले से कहें तो जहां घाटी में मूसलाधार बारिश हो रही थी, वहीं पागल नाले का पानी भी लगातार बढ़ रहा था। जैसे ही बारिश और तेज हुई नाले ने प्रचंड़ रूप धारण कर लिया और नाले का पानी उसके रास्ते में आने वाली हर चीज को बहाने लग गया। नाले में पानी इतना अधिक था कि उसने रोहतांग टनल की डंपिंग यार्ड को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। गनीमत यह रही कि इस क्षेत्र में किसी भी तरह का कोई गांव या रिहायशी इलाका नहीं है। अगर नाले के पास किसी भी तरह का कोई गांव होता तो आज वह इसकी भेंट चढ़ जाता। पागल नाले में बादल फटने से आई बाढ़ को देख जहां हर वर्ग हैरान था, वहीं नाले ने लोगों को एक बार फिर डरा कर रख दिया है। पागल नाला में फटे बादल से आई बाढ़ को देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोमवार अलसुबह यहां क्या नजारा रहा होगा। यहां बता दें कि सोलंगनाला से अंजनी महादेव करीब तीन किलोमीटर दूर है। यहां अकसर सैलानी बर्फ से बने शिवलिंग को देखने के लिए पहुंचते हैं। धार्मिक आस्था के इस केंद्र के आसपास का क्षेत्र सुनसान व पहाडि़यों से घिरा है। लिहाजा सोमवार सुबह जब पागल नाले में बाढ़ आई तो यहां का मंजर सबको डराने वाला था। अंजनी महादेव में बादल फटने से मची तबाही को देख स्थानीय लोग खौफजदा हैं।

ब्यास में आज छोड़ा जाएगा पानी

मनाली- मनाली के समीप एलाइन दुहागन परियोजना द्वारा मंगलवार को नदी में पानी छोड़ा जाएगा। परियोजना प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि ब्यास नदी से दूर रहें।

भू-स्खलन, खतरे में होटल-मकान

भारी बारिश के चलते मनाली के बाहंग में भी भू-स्खलन हुआ है, जिससे एक होटल सहित कुछ मकानों के ढहने का खतरा बना हुआ है। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि उन्होंने बाहंग का निरीक्षण किया है। यहां रविवार रात हुई बारिश से भू-स्खलन हुआ है। उन्होंने बताया कि भू-स्खलन होने से यहां एक होटल व कुछ मकानों के इसके जद में आने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम को ध्यान में रख सुरक्षित स्थलों पर रहें। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।