और स्मार्ट बनेंगे इंग्लिश टीचर

शिमला— हिमाचल के सरकारी स्कूलों में छात्रों को निजी स्कूलों की तर्ज पर अंग्रेजी विषय पढ़ाया जा सके, इसके लिए अब अंग्रेजी विषय के प्रवक्ताओं को और स्मार्ट बनाया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से दस अंग्रेजी प्रवक्ताओं को ट्रेनिंग करवाई जाएगी। शिक्षा विभाग अंग्रेजी विषय में दस मास्टर को और बेहतर तैयार करने की योजना बना रहे हैं। शुरुआती दौर में विभाग ने किन्नौर व लाहुल-स्पीति को छोड़कर बाकी सभी जिलों के उपनिदेशकों को निर्देश जारी कर उनके जिला से एक-एक शिक्षक जो अंग्रेजी विषय का प्रवक्ता हो, उनका चयन करने को कहा है। जानकारी के अनुसार उपनिदे्रशकों को जल्द शिक्षकों का चयन कर विभाग को रिपोर्ट सौंपनी होगी। सरकारी स्कूलों में छात्र अंग्रेजी विषय में भी सभी विषयों को पढ़ सकें और अन्य ट्रेनिंग भी उन्हें इंग्लिश मीडियम में दी जाए, इसी मकसद से अंग्रेजी के मास्टर तैयार किए जा रहे हैं। अंग्रेजी के प्रवक्ताओं को पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स भी करवाया जाएगा। यह कोर्स चंडीगढ़ आरआईई द्वारा करवाया जा रहा है। इसके साथ ही शिक्षकों को कम्प्यूटर की जानकारी भी दी जाएगी। अध्यापन कार्य में नई-नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के टिप्स भी शिक्षकों को दिए जाएंगे। विभाग ने इस कोर्स के लिए जिलों को नियमित शिक्षकों का चयन करने को कहा है। शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि पीटीए पैरा और अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक इसमें पात्र नहीं होंगे। इसके अलावा कोेर्स में भाग लेने वाले शिक्षकों को आठ दिन से ज्यादा की कैजुअल लीव नहीं दी जाएगी। मेल टीचर को ही इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा है कि कोताही बरतने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।