करसोग कालेज में प्राध्यापकों के पद खाली

करसोग —लगभग आधा दर्जन विधानसभाओं के छात्रों को उच्च शिक्षा की सुविधा देने वाला महाविद्यालय करसोग पिछले कई वषों से प्राध्यापकों के रिक्त पद वाली गंभीर समस्या का सामना कर रहा है तथा बिना गुरुओं के ज्ञान ग्रामीण विद्यार्थियों को कैसे होगा इसके लिए विद्यार्थियों में निराषा का आलम है। ग्राम पंचायत भन्थल के पूर्व उपप्रधान तथा सेवा निवत्त शिक्षा विभाग से अधिक्षक टेक चंद चौहान ने लिखित जानकारी देते हुए कहा कि महाविद्यालय करसोग में विभिन्न संकायों के पद खाली चले हुए हैं जब कि महाविद्यालय में षिक्षा का नया सत्र शुरू हो चुका है। साथ लगती विधानसभा आनी, ग्रामीण शिमला के सुन्नी क्षेत्र, कुमारसेन, सराज, नाचन, सुंदरनगर, आदि क्षेत्रों से अनेकों विद्यार्थी करसेग महाविद्यालय की ओर यह सोच कर उच्च षिक्षा प्राप्त करने के लिए रूख करते हैं कि करसेग में कम खर्च पर अच्छी षिक्षा मिलेगी परंतु करसेग महाविद्यालय में प्राध्यापकों के अनेकों पद कई वर्षों से रिक्त होने की जानकारी सामने आते ही उन्हें अपना शिक्षित होने वाला भविष्य डोलता हुआ नजर आता है। सेवा निवृत्त अधिक्षक व समाज सेवी टेक चंद चौहान ने कहा कि महाविद्यालय में इतिहास, लोक प्रशासन, वनसपति और रसायनिक विज्ञान ऐसे विष्य है जिनको पढ़ाने के लिए महाविद्यालय में कोई वेली वारिस नहीं है। उन्होंने कहा कि लगभग सत्रह पद महाविद्यालय करसोग में प्राध्यापकों के खाली चले हुए हैं जिन पर काम चलाने के लिए एसएमसी के माध्यम से तुरंत नियुक्ति का केई रास्ता निकाला जाना चाहिए। उन्होने बताया कि गत वर्ष महाविद्यालय करसोग में लगभग 1900 विद्यार्थी थे जब कि इस वर्ष लगभग 2500 विद्यार्थी होने की उम्मीद जताई जा रही है। परंतु रिक्त पदों के चलते अच्छी षिक्षा के दावे खोखले ही दिखाई दे रहें हैं। टेक चंद चौहान ने कहा कि महाविद्यालय करसोग के प्रोस्पेक्टस में खोखले कागजी दावे ही दिखाई जा रहें हैं जब कि महाविद्यालय में गुरू बिन ज्ञान नहीं वाली बात ही अपना बोलबाला बनाए हुए है। टेक चंद चौहान ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर व शिक्षा मंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि महाविद्यालय करसोग की समय रहते सुध ली जाए व रिक्त पद भरे जाऐं।