कलवाल गोसदन बनेगा काऊ सेंक्चुरी

दियोटसिद्ध में माथा टेकने के बाद मंत्री वीरेंद्र कंवर के बोल

बिझड़ी— दियोटसिद्ध के नजदीक कलवाल गोसदन को काउ सेंक्चुरी के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बात ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जिला में काउ सेंक्चुरी विकसित करने के लिए कारगर कदम उठा रही है। इसके लिए जमीन की तलाश भी की जा रही है, ताकि गोवंश का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। वीरेंद्र कंवर ने रविवार को दियोटसिद्ध मंदिर में माथा टेकने उपरांत कलवाल गोसदन का निरीक्षण भी किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य में बेसहारा पशु रहित पंचायत को दस लाख रुपए पुरस्कार दिया जाएगा।  उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के तहत किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए सभी ग्रामीण विकास विभाग, कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों के लिए सात प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे, जिसके लिए 42 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी, ताकि स्वयं सहायता समूहों को उत्पाद तैयार करने के लिए प्रशिक्षण की सुविधा मिल सके। श्री कंवर ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को विपणन की बेहतर सुविधा देने के लिए प्लान तैयार किया गया है।

चढ़ावे का 15 फीसदी गो संरक्षण के लिए

वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश धार्मिक संस्थान तथा मंदिर न्यास अधिनियम में संशोधन पारित किया गया है, चढ़ावे का 15 प्रतिशत गोसदनों के निर्माण, रखरखाव तथा परिचालन के लिए व्यय किया जाएगा। इससे लगभग 17 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष गोवंश के विकास के लिए उपलब्ध होंगे।