कांगड़ा बाइपास पर भी नए अवैध कब्जे

 कांगड़ा —माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर की नगरी को सुंदर व स्वच्छ बनाने की कवायद में नालियों को खोला जा रहा है और अतिक्रमण हटाने का भी अभियान तेज कर दिया गया है । हालांकि कांगड़ा प्रशासन को इस वजह से कुछ लोगों की आलोचना का शिकार भी होना पड़ रहा है । अलबत्ता राजनीतिक हस्तक्षेप न होने की वजह से कांगड़ा प्रशासन को काफी हद तक कामयाबी हासिल हुई है। वर्षों से बंद पड़ी नालियों को खोलना व  अतिक्रमण को हटाना कांगड़ा प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है । लोगों का कहना है कि आम व्यक्ति और प्रभावशाली व्यक्तियों पर भी बराबर की कार्रवाई हो तो शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के प्रशासनिक इरादे कामयाब होंगे । कांगड़ा बाजार को मालरोड बनाने  व नेहरू चौक के टियाले  पर फूड कॉर्नर बनाने की योजना भले ही अभी ठंडे बस्ते में हो , लेकिन प्रशासन का मानना है कि शहर में इंटरलॉक टाइल के कार्य के मकम्मल होने के बाद सांय दो घंटे प्रयोग के तौर पर शहर को मालरोड की तरह विकसित किया जाएगा । इस दौरान शहर में वाहनों के आने-जाने पर पाबंदी होगी । लोग शहर में टहलने के साथ-साथ शॉपिंग का भी लुत्फ उठाएंगे। कांगड़ा के कारोबारियों का मानना है कि इससे अवश्य कारोबार बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में ऐसी व्यवस्था लागू है। फूड कॉर्नर बनने से भी लोग जंक फूड के साथ-साथ टिक्की, समोसे व गोलगप्पे का लुत्फ  एक ही स्थान पर उठा पाएंगे । शहर के तहसील चौक पर मां के भक्तों के लिए लगाए गए बैंच बदलाव का आगाज है । अगर बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के कांगड़ा प्रशासन अपने कार्यों को बखूबी निभाता रहा तो अवश्य ही एक बड़ा बदलाव कांगड़ा में आने वाले समय मे देखने को मिल सकता है । राजपूत सभा से कालेज मार्ग वाले मार्ग को कार योग्य बनाना भी कांगड़ा प्रशासन की कवायद में शामिल है । जाहिर तौर पर इससे लोगों को फायदा मिलेगा, जहां तक कांगड़ा शहर में अतिक्रमण को हटाने की बात है, तो दीगर है कि उच्च न्यायालय भी अतिक्रमण के मसलों को लेकर काफी सख्त हुआ है । ज्वालाजी में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई के बाद कांगड़ा प्रशासन भी पूरी तरह हरकत में है, लेकिन बाइपास पर दर्जनों अवैध कब्जे हाल ही में हुए हैं,  जिन्हें हटाना भी कांगड़ा प्रशासन के लिए एक बड़ी  चुनौती है । शहर के भीतर शताब्दी पूर्व बने पुलिस थाना को ध्वस्त कर यहां नया पुलिस थाना बनाने की भी प्रस्तावना है । इसी स्थान पर नए पुलिस थाने का निर्माण जल्दबाजी होगी । कांगड़ा शहर में टूरिज्म के होटल की जरूरत है और थाने को कहीं बाहर भी बनाया जा सकता है । उसके लिए पुराने एसडीएम कोर्ट वाला स्थल माकूल हो सकता है, जो कि पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम को उधार में दे रखा है।