केलांग अस्पताल की ओपीडी खाली

केलांग —केलांग अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई है। राज्य सरकार भले ही कबायली क्षेत्रों में डाक्टरों की तैनाती किए जाने को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बात यहां लाहुल के केलांग अस्पताल की करें तो यहां छह डाक्टर होने के बावजूद गुरुवार को अस्पताल की ओपीडी खाली पाई गई। यहां एक भी चिकित्सक न होने से जहां मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं सीएमओ केलांग ने खुद अस्पताल का मोर्चा संभालते हुए मरीजों की सेहत की जांच की। सीएमओ केलांग डा. डीडी शर्मा ने अस्पताल की ओपीडी में बैठ मरीजों की सेहत जांची। हालांकि अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डाक्टरों की कमी की बात तो कबूलते हैं, लेकिन गुरुवार को अस्पताल की ओपीडी में डाक्टर न होने की बात पर चुप्पी साध जाते हैं। यहां बता दें कि वर्तमान समय में केलांग अस्पताल में छह डाक्टर तैनात किए गए हैं। इसमें से दो डाक्टरों को प्रशासन ने उदयपुर शिफ्ट कर दिया है, जबकि तीन डाक्टरों ने मेडिकल  छुट्टी ले ली है। ऐसे में एक डाक्टर नाइट ड्यूटी पर तैनात किया गया है, लिहाजा इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि केलांग अस्पताल में दिन को ओपीडी में क्यों डाक्टर नहीं दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश के सबसे दुर्गम कबायली जिला लाहुल-स्पीति में चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार आए दिन बड़े-बड़े दावे कर रही है कि लाहुल-स्पीति में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और इन क्षेत्रों में डाक्टरों की कमी नहीं आने दी जाएगी, लेकिन केलांग अस्पताल इन सभी दावों की पोल खोल रहा है। सीएमओ केलांग डा. डीडी शर्मा का कहना है कि वह खुद ओपीडी में बैठे मरीजों की सेहत जांच रहे हैं।

जनरल सर्जन भी ट्रांसफर

केलांग अस्पताल में एक ही जनरल सर्जन थे वह भी कुछ समय से बीमार चल रहे थे और छुटिट्यों पर थे। अब सरकार ने उन्हें भी लाहुल से अन्य जिले के लिए ट्रांसफर कर दिया है।