खुशहाल किसान योजना पर खर्च होंगे 25 करोड़

बीबीएन —कृषि, जनजातीय विकास तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान नामक योजना को शुरू करेगी। इसके लिए 25 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है। डा. मार्केंडेय सोमवार को बद्दी में पांच राज्यों जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा हिमाचल प्रदेश के भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। कृषि मंत्री ने कहा कि जैविक खेती आज के समय की जरूरत है तथा किसानों की उन्नति और आय में बढ़ोत्तरी के लिए जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए इससे किसान कम लागत में अधिक मुनाफा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है और किसानों की फसलों के समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना तक की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत पहले बजट में न केवल 30 नई योजनाओं को शामिल किया गया है, बल्कि इन सभी योजनाओं के लिए पर्याप्त बजट का भी प्रावधान किया गया है। इन योजनाओं में मुख्यमंत्री लोक भवन योजना ई-स्टैंपिंग, स्वास्थ्य सहभागिता योजना, मुख्यमंत्री निरोग योजना, जल से कृषि को बल प्रमुख है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की फसलों को लावारिस पशुओं से बचाने के लिए हर पंचायत में गोसदन खोल रही है। इसके अलावा सरकार द्वारा सोलर फेसिंग उपलब्ध करवाने के लिए 80 प्रतिशत उपदान प्रदान किया जा रहा है। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐसी पहली सरकार है जिसने देश के बजट का 52 फीसदी किसानों की योजनाओं में दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की समस्याओं को त्वरित समाधान प्रदान किया है।