गाड़ी के लालच में लुटाए 16 लाख

टाटा सफारी के लिए कंपनी के अकाउंट में पैसे जमा करवाता रहा घुमारवीं का ग्रामीण

बिलासपुर — घुमारवीं का एक व्यक्ति टाटा सफारी के चक्कर में 16 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो गया है। घुमारवीं के साथ लगते मझासू गांव का कुलवंत सिंह को उनके मोबाइल पर एक बहुराष्ट्रीय कंपनी द्वारा मैसेज भेजा गया था। उनके मोबाइल पर एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के माध्यम से एक मैसेज दिया गया था। मैसेज में लिखा गया था कि आपने इस बहुराष्ट्रीय कंपनी के माध्यम से एक टाटा सफारी कार जीती है। शिकायतकर्ता के मन में लालच उत्पन्न हो गया। उसने कहा कि यह गाड़ी वह ले लेगा। शिकायतकर्ता ने मैसेज में दिए हुए नंबर से संपर्क साधा, वहां से आश्वासन दिया गया कि इस पंजीकृत मोबाइल नंबर के उपभोक्ता ने टाटा सफारी कार जीती है। इसकी एवज में पंजीकरण फीस छह हजार 500 रुपए जमा करनी होगी। शिकायतकर्ता ने दिए हुए अकाउंट नंबर में यह फीस जमा करवा दी। शिकायतकर्ता को एक हेल्पलाइन तथा एक टोल फ्री नंबर दिया गया। शिकायतकर्ता को कहा गया कि इस गाड़ी के लिए 49600 रुपए विभिन्न चार्जेस के रूप में जमा करवाने होंगे। शिकायतकर्ता को एक अन्य फोन कॉल आई कि उन्हें टाटा सफारी कार की कीमत का आठ प्रतिशत धनराशि दिए गए खाते नंबरों में जमा करवानी पड़ेगी। शिकायतकर्ता दिए गए खाता नंबरों में बताई गई धनराशि समय-समय पर जमा करवाता चला गया। एक दिन शिकायतकर्ता को उसी कथित बहुराष्ट्रीय कंपनी के माध्यम से फोन कॉल आई कि उनके इनाम की फाइल ही गलत बन गई है। इसके लिए उन्हें टाटा कार की पूरी कीमत जमा करवानी पड़ेगी। शिकायतकर्ता को यह भी आश्वासन दिया गया कि उनकी धनराशि उन्हें रिफंड कर दी जाएगी। पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने तीन खाता नंबरों में विभिन्न तारीखों पर पैसे जमा करवाए हैं। शिकायतकर्ता ने दिए गए पहले खाते में सात लाख 40 हजार रुपए दूसरे खाते में दो लाख 85 हजार 200 रुपए तथा तीसरे खाते में छह लाख 18 हजार आठ सौ रुपए जमा करवाए हैं। इतनी बड़ी धनराशि जमा करवा देने के उपरांत शिकायतकर्ता को कोई भी कार इनाम में नहीं मिली। शिकायतकर्ता ने दिए गए फोन नंबरों पर संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन उन नंबरों पर किसी भी व्यक्ति के साथ संपर्क नहीं हो पाया। डीएसपी राजेंद्र जसवाल ने बताया कि पुलिस शिकायतकर्ता के सभी दस्तावेजों की जांच कर रही है।