गाय को बचाने उफनती सतलुज में लड़ा दी जान की बाजी

डैहर —डैहर उपतहसील के साथ बहती सतलुज नदी पर स्थित दोनों विद्युत परियोजनाओं से एकाएक भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से डैहर के अलसू गोसदन के पास आए दिन कोई न कोई घटना घटित हो रही है,  जिसे प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है। ताजा घटनाक्रम में मंगलवार शाम सतलुज किनारे चारा खा रही असहाय गाय पानी के तेज बहाव में करीब 200 मीटर पानी में बहकर आखिरकार सकुशल एक टापू पर जा फंसी, जहां से न आगे और न पीछे जाने का कोई विकल्प था। तीन दिन से भूखी -प्यासी गाय को बचाने हेतु जिला बिलासपुर अग्निशमन विभाग और डैहर क्षेत्र के गोसेवकों के साथ मानव सेवा संस्थान कोटखाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह गुरुवार से लेकर शुक्रवार शाम तक गाय को बचाने हेतु अभियान में शामिल रहे। टापू पर फंसी गाय को बचाने हेतु स्थानीय तैराकों ने अग्निशमन विभाग और गोसेवकों की सहायता से सतलुज की तेजधारा में अपनी जान की बाजी लगाते हुए टापू से गाय को पानी के रास्ते सुरक्षित स्थान तक पहुंचाकर गाय को नया जीवनदान दिया।

रेस्क्यू टीम में ये रहे शामिल

अग्निशमन विभाग बिलासपुर के फायर ऑफिसर सुभाष मिश्रा, बीएसओ सुरेंद्र चंदेल, पीसी चमन लाल व फायरमैन में धनीराम, सुरेश, जीवन, राजेश, मनोज, श्याम लाल, डोला राम, राजेश कुमार, राकेश, कुलदीप, राजेश और कुलदीप कुमार के साथ स्थानीय डैहर के  तैराकों में राजकुमार, रतन लाल, नरेश, हंसराज, सुभाष, श्याम लाल, कमल, प्रकाश, रिंकू निवासी बिलासपुर और मानव सेवा संस्थान कोटखाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने राहत और बचाव कार्य में गाय को सुरक्षित बचाया गया।

परियोजना ने बंद कर रखा था पानी

गाय के बचाव हेतु एनटीपीसी कोलडैम विद्युत परियोजना द्वारा शुक्रवार सुबह नौ बजे से रेस्क्यू कार्य पूर्ण होने तक पानी का बहाव बंद कर रखा था, लेकिन क्षेत्र में हो रही भारी बरसात के कारण सतलुज नदी भारी उफान पर थी, जिससे रेस्क्यू आपरेशन में भारी परेशानी और दिक्कतें पेश आ रही थीं।