चक्की से गहरी सराह खड्ड

कुनाली पथरी मां के चरणों से निकलने वाली खड्ड में बनीं 20 फुट तक गहरी खाइयां

गगल – अवैध खनन शब्द का जिक्र आते ही हर किसी के जहन में चक्की खड्ड का नाम आ जाता है। हों भी क्यों को। नए चक्की खड्ड अवैध खनन से इतनी गहरी हो चुकी है कि पंजाब से सटे बार्डर पर उसकी गहराई देखते ही डर लगता है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि चक्की से भी ज्यादा गहरी धर्मशाला से निकलने वाली सराह खड्ड की है। जिला मुख्यालय धर्मशाला में माता कुनाल पथरी के चरणों से  चरणों से निकली सराह खड्ड की अवैध खनन ने शक्ल बिगाड़ दी है। नागनी के नाम से मशहूर यह खड्ड गगल में मांझी दरिया से मिलती है। इस खड्ड की हालत इतनी खराब है कि इसमें 15 फुट तक गहरी खाइयां बन गई हैं। कारण यह कि खड्ड में दिन-रात धड़ल्ले अवैध खनन होता है। कुनाल पथरी से जहां खड्ड शुरू होती है, उसके कुछ नीचे से अवैध खनन करने वालों ने खड्ड को इतना नोच दिया है कि यह कई जगह 15 से फुट तक गहरी खाई नजर आती है। निचले चैतड़ू में खड्ड  पर बने नए पुल के पास खड्ड में घुसने के लिए पुल के दोनों ओर से रास्ता बना हुआ है। यहां खड्ड की हालत सबसे डराने वाली है। बिलकुल गहरा होने के चलते इसके किनारों को खतरा हो गया है। उधर, जिला प्रशासन और माइनिंग डिपार्टमेंट आज दिन तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है। आसपास के लोगों का आशंका है कि आपसी मिलीभगत के चलते यह अवैध खनन हो रहा है। बहरहाल, यह जिला प्रशासन, माइनिंग डिपार्टमेंट और अन्य उन सभी विभागों के लिए बेहद शर्मनाक स्थिति है।

…तो न पड़ती क्रेट की जरूरत

निचले चैतड़ू में पुल के ऊपरी हिस्सों में कई क्रेट लगाकर खड्ड के किनारों को बचाने की कोशिश की गई है। गहराई इतनी है कि कई क्रेट वायर टूट भी चुके हैं, लेकिन न विभाग और प्रशासन अब तक कोई एक्शन ले पाया है। बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि अगर समय रहते अफसर खनन रुकवा देते, तो लाखों रुपए शायद क्रेट वायर के नाम पर यूं न बर्बाद होते।