चमलोग में ने सैकड़ों ने ली गुरु दीक्षा

गुरु पूर्णिमा पर जमकर रही रौनक, भक्तों ने गुरु कमल दास से लिया आशीर्वाद

बिलासपुर – श्रीराधा कृष्ण आश्रम चमलोग में श्री गुरु पूर्णिमा एवं व्यास पूर्णिमा महोत्सव भक्ति भाव के साथ मनाया गया । बाबा श्री कमल दास जी की अध्यक्षता में ब्रह्मलीन श्रीश्री 1008 बाबा कल्याण दास जी महाराज के श्री विग्रह का अभिषेक व पूजन वैदिक विधि से संपन्न हुआ। उसके बाद हजारों भक्तों ने गुरु के दर पर शीश नवाया और मंत्र दीक्षा भी ली। मंदिर परिसर में पांच कुंडीय यज्ञशाला का भी वैदिक विधि से ब्राह्मणों द्वारा शुभार भ किया गया । इस अवसर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा में प्रवचन करते हुए डा. मनोज शैल ने कहा कि सद्गुरु वैद्य वचन विश्वासा। संयम यहां न विषय के आशा । अर्थात सद्गुरु भव रोग के वैद्य हैं ,उनके द्वारा दिए गए मंत्र, उपदेश का निष्ठा विश्वास के साथ जप करना ही औषधि है तथा संसार के विषयों का परित्याग ही परहेज है । जिस प्रकार अस्पताल में रोगी रोग के कारण जाता है तथा डाक्टर रोग का निदान करने के लिए जाता है वैसे ही हम भवरोग के कारण संसार में आते  हैं और सद्गुरु उस रोग को ठीक करने के कारण आते हैं। इसलिए जीवन में गुरु की शरण जरूर लेनी चाहिए । उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को जगद्गुरु कहा जाता है लेकिन उन्होंने भी संसार में आकर सांदीपनी ऋषि को अपना गुरु बनाया। अतःहमें भी संसार सागर में गुरु रूपी नौका का सहारा लेकर पार लगने का प्रयत्न करना चाहिए।