चामुक्खा में फिर दरकी पहाड़ी

डैहर —राष्ट्रीय उच्च मार्ग-21 पर चामुक्खा के पास नवनिर्मित किरतपुर-नेरचौक फोरलेन सड़क पर चामुक्खा के पास पहाड़ी दरकने का क्रम जारी है। जिस कारण चट्टानें फोरलेन सड़क पर आने से एनएच-21 पर एक तरफ  की की यातायात ठप पड़ गई है। पहाड़ी दरकने से आए भारी मलबे से एनएच -21 पर एक तरफ  का यातायात बंद होने के कारण फौरी तौर पर प्रशासन द्वारा सड़क के मुहाने से सुरक्षा की दृष्टि से सड़क पर आवाजाही बंद कर रखी है। टूरिस्ट सीजन में पर्यटक वाहनों की भारी आवाजाही के कारण कभी भी किसी अनहोनी का खतरा लगातार मंडराया हुआ है। गत वर्ष भी एनएच के इसी भाग पर बरसात में भू-स्खलन होने के बाद भारी मात्रा में मलबा पत्थर सड़क पर आ गए थे, जिसके बाद एनएच के इस भाग पर वाहनों की आवाजाही वन-वे कर दी गई थी, जिससे वन-वे सड़क पर छह के करीब दुर्घटनाएं हुई थीं, जिसमें एक युवक की मौत और कई लोग घायल हुए थे। इस मर्तबा बरसात के आने के साथ ही एनएच पर पुनः उसी स्थान पर पहाड़ी दरकने से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर सड़क पर आ गए है, जिससे एनएच का एक तरफ का भाग बिलकुल बंद हो गया है।  जिससे एनएच-21 पर वाहनों की आवाजाही इस स्थान पर वन वे कर दी गई है। पहाड़ी के लगातार दरकने का क्रम जारी है, जिससे आने वाले दिनों में बरसात होने से और ज्यादा मलबा पत्थर गिरने का खतरा लगातार बना हुआ है। एनएच-21 के इस भाग पर गुजरने वाले लोग जान जोखिम में डालकर गुजर रहे हैं। एनएच-21 पर वन वे सड़क और भारी ट्रैफिक और तेज रफ्तार कभी भी कोई अनहोनी को निमंत्रण दे रही है। पहाड़ी दरकने से पहाड़ी के ऊपर स्थित खेत-खलिहानों, बागीचे भी इसकी जद में आ गए हैं, जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों और वाहन चालकों ने सुंदरनगर प्रशासन से जल्द एनएच-21 पर गिरे मलबे को हटाने और भूस्खलन को रोकने हेतु उपाय करके राहत प्रदान करने का आग्रह किया है।