टमाटर ने लगाई छलांग… किसान खुश

 गोहर —टमाटर के भाव में अचानक आए उछाल ने किसानों की तकदीर बदल दी है। 180 से 200 रुपए तक बिकने वाला क्रेट अब 550 से 600 रुपए तक बिक रहा है। पंजाब व राजस्थान से आए व्यापारियों ने किसानों के खेतों में ही डेरा डाल लिया है। हालांकि सप्ताह भर पूर्व किसानों को टमाटर का ऐसा भाव मिल रहा था, जिससे उन्हें लाभ तो क्या उनका खर्चा भी पूरा नहीं हो रहा था। उस स्थिति को देखते हुए किसान बेहद परेशान दिख रहे थे। अब मात्र दो दिन के भीतर अचानक आए उछाल ने किसानों को मालामाल कर दिया। मौसम की बेरुखी के बावजूद गोहर में इस बार टमाटर का लगभग 50 लाख रुपए का व्यापार हो गया है। बरसात के इस मौसम में आए भाव के उछाल को दूसरों की तुलना में 15 से 20 दिन बाद लगाया था। अब भाव में आए उछाल से क्षेत्र के टमाटर उत्पादक चहक उठे हैं। इस बार गोहर क्षेत्र की ग्राम पंचायत गोहर, कोटला-खनूला, बस्सी, खारसी, नौण, चच्योट, बासा, देलग टिक्करी, स्यांज, छपराहण, मौवीसेरी, बाल्हड़ी, चच्योट, मुसराणी व आसपास के अन्य क्षेत्रों में करीब 500 हेक्टेयर रकबे में किसानों ने टमाटर की फसल का कारोबार किया है। क्षेत्र के अग्रणी किसानों का कहना है कि यदि मौसम ने साथ दिया, तो इस बार उन्हें मेहनत के अनुरूप और अधिक दाम मिलने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त दर्जनों किसान ऐसे भी हैं, जिन्होंने मात्र दो दिन में  50 से 60 हजार रुपए का आकंड़ा पार करने में सफलता प्राप्त की है। बीच-बीच में हुई वर्षा व ओलावृष्टि से जहां एक ओर बिना सिंचाई सुविधा वाले किसानों को संजीवनी साबित हुई है। दूसरी ओर नमियुक्त खेतों वाले किसानों को बारिश व ओलावृष्टि से 30 से 40 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ है। यदि अगले लगातार दस दिन तक मौसम ने साथ दिया तो यहां के कई किसान अपनी एकमात्र टमाटर की फसल के माध्यम से इसी सीजन के दौरान लखपति बनने का गौरव हासिल कर देंगे।  राजस्थान से आए टमाटर के व्यापारी विष्णु देव का कहना है कि वे अपने राज्य को टमाटर की सप्लाई कर रहे हैं। 10-15 दिनों पूर्व जहां एक गाड़ी एक ही जगह पर भर जाती थी, अब गाड़ी को भरने के लिए पांच से छह जगहों पर जाना पड़ रहा है। लिहाजा पहले की तुलना में अब मटर की फसल दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है।