तकलेच पंचायत की प्रधान सस्पेंड

मनरेगा सहित अन्य वित्तीय अनियमितताओं के आरोप साबित होने पर गिरी गाज

रामपुर बुशहर,  शिमला— शिमला जिला के रामपुर खंड में पड़ने वाली ग्राम पंचायत तकलेच की महिला प्रधान पर आरोप साबित होने के बाद उन्हें पंचायत प्रधान के पद से निष्कासित कर दिया गया है। महिला प्रधान पर चार आरोप हैं, जिन्हें लेकर जिलाधीश शिमला ने तय नियमों के अनुसार उन्हें निष्कासित कर दिया है। उन पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप हैं। इससे पहले भी शिमला जिला में दो पंचायत प्रधानों पर इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है। तकलेच की प्रधान पर मनरेगा के तहत पौधारोपण के लिए दी गई एक लाख 54 हजार 380 रूपए की राशि का अनियमित भुगतान करके सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप है।   उन पर दूसरा आरोप 14वें वित्तायोग के तहत शैल्फों का अनुमोदन बिना ग्राम सभा की स्वीकृति से करने का है । इसी तरह से तीसरा आरोप यह है कि प्रधान द्वारा पंचायत सचिव के साथ मिलकर वित्तीय अनियमितताओं के अभिलेखों को बदला गया व नष्ट करने व उसमें हेरा फेरी करने का प्रयास हुआ है।   जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि 25160 रूपए रिकार्ड में सामने आया है, जिसको तकनीकी सहायक द्वारा अनुमोदित किया गया जबकि आरोपित पदाधिकारी द्वारा दूसरी ओर उसी मस्टररोल के द्वारा मंदिर निर्माण हेतू 25160 रुपए की राशि अदा की दर्शाई गई है, जो कि प्रधान द्वारा प्रति हस्ताक्षरित है और इस  की अदायगी नहीं की गई है।  पंचायत प्रधान पर चौथा आरोप ये है कि सोलर लाइट खरीदने से पहले निविदाएं व अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया।  जांच उप निदेशक एवं परियोजना  इतना ही नहीं वह 6 साल तक पंचायत में कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकतीं। उन्हें पंचायत से संबंधित सभी तरह का रिकार्ड जमा करवाने के लिए कहा गया है।