तेज बारिश…मलबे से भर गया नाला

मंडी, पद्धर —मंडी-पठानकोट नेशनल हाई-वे कोटरूपी व मैगल में भू-स्खलन के चलते कई घंटों तक ठप रहा। कोटरूपी में ठीक उसी जगह रात को नाले में मलबा आया, जहां पिछले साल अगस्त में भू-स्खलन हुआ था और 48 लोगों की मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार रात करीब दो बजे के आसपास तेज बरिश के दौरान एकाएक नाले में ऊपर से मलबा आया और एनएच ठप हो गया। सुबह होते ही एनएच को खोलने की कोशिश शुरू हो गई थी और करीब साढ़े सात बजे तक इस बहाल कर दिया गया। इसके अलावा उक्त हाई-वे पर मैगल के पास भी भू-स्खलन हुआ था, दोनों ओर से एनएच को बहाल करने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मैगल में रात करीब तीन बजे भू-स्खलन हुआ था। सुबह करीब दस बजे तक एनएच को पूरी तरह से खोल दिया गया। हालांकि मैगल में भू-स्खलन के बावजूद यातायात प्रभावित नहीं हुआ। यात्रियों ने त्रैंबली से वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेना शुरू कर दिया। उधर,  कोटरोपी में एनएच रात करीब डेढ़ बजे बंद हो गया। इसे सुबह 7ः30 बजे बहाल किया गया। पहाड़ी पर एडजेस्ट किए गए सचेतक भी शुक्रवार रात की घटना को लेकर नहीं बज पाए, क्योंकि कहर लोक निर्माण विभाग द्वारा खोदी गई मिट्टी ने बरपाया। इस दौरान सैकड़ों यात्री फंसे रहे। कोटरूपी में मलबा आने से पानी निकासी के लिए जो पाइप डाले गए थे, वे भी ब्लॉक हो गए और सारा मलबा सड़क पर आकर इकट्ठा हो गया। इसके कारण एनएच के नीचे वाली तरफ  जो दलदल वाली मिट्टी थी, उसका बहाव भी शुरू हो गया और यह पंदलाही गांव तक पहुंच गया। यहां गांव के दो घराट और एक पुल इसकी चपेट में आ गए।