त्रियुगी नारायण ने घर-घर दिया आशीर्वाद

भुंतर –जिला कुल्लू के दियार में देवता त्रियुगी नारायण ने हारियानों को घर-घर जाकर आशीर्वाद दिया। काहिका उत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को देवता त्रियुगी नारायण के दरबार में धूप पीने की रस्म को पूरा किया गया। इस मौके पर देव दरबार में कार्यक्रम के दौरान देवता को देवालय से बाहर निकाला गया। देवशयनी हरीशयनी एकादशी के साथ सोमवार से चतुर्मास आरंभ हो गया है और इसी के तहत देवता ने चार माह के लिए हारियानों की रक्षा के लिए सुरक्षा चक्र बनाया। श्रद्धालुओं ने अपने-अपने आराध्य देवता से चार माह तक उनकी व उनके परिवार के साथ-साथ पूरे जगत की सुरक्षा करने को गुहार लगाई। देवता ने सभी श्रद्धालुओं को उनकी सुरक्षा का आशीर्वाद दिया। दियार में मंगलवार को सुबह से ही भक्तों का तांता दर्शनों के लिए लगा रहा। सुबह मंदिर के खुलते ही हारियान अपने आराध्य के पास पहुंचने लगे और यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। देवता के वरिष्ठ कार कारिंदों ने भी इस दौरान प्राचीन परंपराओं के अनुसार देवविधियों को पूरा किया। श्रद्धालुओं ने इस दौरान देवता को फल-फूल अन्य सामग्री भी भेंट की। चार दिवसीय काहिका उत्सव के तीसरे दिन बुधवार को नरमेध यज्ञ की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा, जो मेले का मुख्य आकर्षण भी रहेगा। इस दौरान नड़ को अचेत कर पुनः जीवित करने की प्रक्रिया का निर्वहन किया जाएगा और देवता त्रियुगी नारायण अपनी देवशक्तियों का परिचय देंगे तो साथ ही इस दौरान निंगना की माता मंडासना और हवाई के देवता जमदग्नि ऋषि भी विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे। उक्त प्रक्रिया के निर्वहन के लिए नड़ भी पूरे परिवार सहित दियार में सोमवार को पहुंचा था। मंदिर समिति के अध्यक्ष राजन शर्मा और दियार पंचायत प्रधान मनोरमा ठाकुर ने बताया कि काहिका उत्सव के पहले दिन काहिका को खड़ा करने की प्रक्रिया को पूरा किया गया तो दूसरे दिन धूप पीने की रस्म को निभाया गया। उन्होंने बताया कि उत्सव के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को करवाया जा रहा है। मेले के तहत खेल गतिविधियों का इस बार आयोजन हुआ तो साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियां भी करवाई जाएंगी।