अभिभावकों के मुताबिक, बच्चियां बेसमेंट में जमीन पर बैठी मिलीं। वहां पंखा तक नहीं था। सभी गर्मी और भूख-प्यास से बेहाल थीं। पेरेंट्स ने जब हेड मिस्ट्रेस फराह खान से शिकायत की तो उन्हें स्कूल से बाहर निकालने की धमकी दी। खान के मुताबिक फीस जमा न करने वाले बच्चों को ही यहां रखा गया था। पेरेंटस का कहना है कि हमने सितंबर तक की फीस जमा करा दी थी। एक बच्चे के माता-पिता ने मीडिया को चेक भी दिखाया। उधर, स्कूल प्रशासन ने सफाई में कहा कि यह तहखाना (बेसमेंट) नहीं है, बल्कि एक्टिविटी रूम है। वहां हवा और लाइट की व्यवस्था है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, “इस घटना से मुझे झटका लगा। जैसे ही कल मुझे इस बात की जानकारी मिली, मैंने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया।