दुकानों के छज्जे…शैड तोड़े

कांगड़ा – प्रशासन द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान रविवार को तीसरे दिन प्रवेश कर गया। एसडीएम कांगड़ा शशि पाल नेगी के आदेशों के बाद कांगड़ा बस अड्डा से लेकर तहसील चौक तक दुकानदारों द्वारा कूहलों पर डाली गई अवैध सलैब को हटाने के साथ-साथ प्रशासन ने अचानक कांगड़ा बस अड्डा के उज्जैन तक सभी अवैध कब्जों को हटाना शुरू कर दिया।  प्रशासन की इस कार्रवाई से लोगों में अफरा-तफरी का महौल मच गया । हालांकि लोग अपने द्वारा डाले गए शैडों व सलैब को तोड़ते उससे पहले बिना कुछ सुने प्रशासन ने सभी कब्जों को हटाना शुरू कर दिया। वर्षों से कूहलों व सड़कों पर अवैध तरीके के निर्माण करने वाले लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि  इस तरह से प्रशासन बेरहमी से उनके अवैध कब्जों को हटाएगा। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि रविवार को कई लोग छुट्टी होने के कारण वह मौजूद नहीं थे और प्रशासन को अतिक्रमण हटाने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि प्रशासन जब कागड़ा बस अड्डा से तहसील चौक तक कब्जे हटा रहा है, तो अचानक दूसरी तरफ कार्रवाई क्यों शुरू कर दी गई । लोगों का कहना था कि प्रशासन ने कुछ पहुंचदारों के आगे घुटने टेक दिए और लोगों का ध्यान दूसरी ओर करने के लिए कार्रवाई  शुरू कर दी।

न नोटिस…न सूचना…सीधे तोड़-फोड़

प्रशासन ने न तो लोगों कोई नोटिस दिया ओर न ही किसी तरह की कोई सूचना, बस अचानक तोड़-फोड़़ शुरू कर दी। स्मरण रहे कि प्रशासन द्वारा चलाए गए इस अभियान में ऐसे व्यापारियों के अवैध कब्जे हटाए गए , जिन्होंने वर्षों से अवैध कब्जे कर रखे थे।