दुकानों में घुसा नाले का पानी

 सोलन —जिला सोलन में तीन दिन से लगतार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश होने से जिला के कई सड़क मार्गों पर मलबा गिरने से यहां वाहनों के पहिए भी थमे है। साथ ही कई जगहों पर बरसाती नालों ने भी अपना रौद्र रूप दिखाया है।  बारिश होने से बसों के कई रूट प्रभवित होने के कारण जहां एचआरटीसी को नुकसान हुआ है वहीं लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है।  कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर लगातार भू-स्खलन होने से खतरा बरकरार बना है। जानकारी के अनुसार जिला भर में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश का क्रम जारी रहने से लोगों सहित कई विभागों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं बरसाती नाले उफान पर आने से मलबा दुकानों और घरों में चला जाने से भी नुकसान हुआ है। कुमारहट्टी-सुल्तानपुर रोड पर मानव भारती यूनिवर्सिटी के समीप शुक्रवार रात तेज बारिश के कारण बरसाती नालों का पानी तेज बहाव से रिहायशी मकानों के पास से होते हुए सड़क के किनारे बने भवन की दुकानों के अंदर चला गया। इससे जहां भवन खतरे की चपेट में आ गया, वहीं भवन के ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकानों के अंदर तक मलबा जाने से सामान को भी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि लगातार बारिश होने के चलते नाले में पत्थर आदि फंस जाने के नाले से बहते पानी की दिशा बदल गई थी, जिस कारण पानी दुकानों में चला गया।  वहीं नेशनल हाई-वे पांच पर कुमारहट्टी-सोलन बायपास पर पेड़ गिर जाने से बायपास पूरी तरह से बाधित रहा। हालांकि फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी द्वारा पेड़ व मलबा हटाकर नेशनल हाई-वे को सुचारू किया गया। दूसरी ओर धर्मपुर-सुबाथू रोड पर भी कई जगह पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध रहा।

स्टेट हाई-वे पर भी मलबा

सुबाथू-भराड़ीघाट स्टेट हाई-वे पर भी जगह-जगह मलबा गिरा रहा, जिस कारण लोगों की भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे अचानक मलबा आने से वाहनों की लंबी कतारे लगी रही। इसके बाद एचआरटीसी के बस चालक ओर स्थानीय लोगों की मद्द से मार्ग से मलबा हटाया गया।